10 करोड़ के भैंसे को देखकर नीतीश भी रह गये हैरान, 30 हजार से ज्यादा बच्चों का बाप है गोलू-2

10 करोड़ के भैंसे को देखकर नीतीश भी रह गये हैरान, 30 हजार से ज्यादा बच्चों का बाप है गोलू-2

PATNA: हरियाणा के पानीपत से पटना पहुंचे मुर्रा नस्ल के भैंसा को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में उमड़ रही है। यह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। 21 दिसंबर को वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो में मुख्यमंत्री नीतीश शामिल हुए। सीएम नीतीश 10 करोड़ के भैंसे गोलू-2 को देखने पहुंचे। जब उसके मालिक ने गोलू के बारे में जानकारी दी तो मुख्यमंत्री भी हैरान रह गये। 


बता दें कि भैंसे का नाम गोलू 2 है जिसे हरियाणा के नरेंद्र सिंह बिहार सरकार के बुलावे पर अपने साथ लेकर आए हैं। पद्मश्री से सम्मानित नरेंद्र सिंह अपने भैंसे को प्यार से घोल्लू बुलाते हैं। नरेंद्र सिंह के हर इशारे को गोलू 2 बखूबी समझता है। गोलू के कारण ही उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया। आपको जानकार हैरानी होगी कि 1500 किलो वजन और मुर्रा नस्ल के इस भैंसे की कीमत लोगों ने 10 करोड़ रुपये लगाई थी। लेकिन नरेंद्र सिंह ने गोलू 2 का सौदा नहीं किया। वे इसका सीमेन बेचकर हर साल 25 लाख से ज्यादा कमाते हैं। वे कहते हैं सीमेन बेचकर कितने बच्चे पैदा करूंगा और कितने पैसे कमाऊंगा यह कोई नहीं जान सकता। हम लगातार इस तरह के ब्रीड को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। 30 हजार से ज्यादा बच्चों का बाप गोलू 2 है। गोलू के सीमन की देश में ही नहीं विदेशों में भी मांग है लेकिन नरेंद्र सिंह सीमन किसी सप्लायर को नहीं देते हैं। वे सिर्फ पशुपालकों को ही सीमेन देते हैं। 


इसके पीछे उनका बहुत बड़ा सोच है कि वे चाहते हैं कि गोलू के सीमन से तंदुरुस्त भैंसे पैदा हो जिससे देश में कभी दूध की कमी ना हो। नरेंद्र सिंह ने बताया कि दो साल से उनका गोलू 2 कंप्टीशन लड़ रहा है। इसका कोई भी मुकाबला नहीं करता है। इस तरह के भैंसा को मैंने कही नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि यदि इसे बेच देता को आज पब्लिक के बीच में कैसे लाता। बिहार सरकार ने उन्हें आमंत्रित किया है इसलिए वे अपने गोलू 2 को लेकर पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित किसान मेला में लेकर हरियाणा से पहुंचे हैं। जिसकी ऊंचाई और वजन को देखकर लोग हैरान रह गये। गोलू-2 का वजन 15 क्विंटल है। हाइट साढ़े 5 फीट और चौड़ाई साढ़े 3 फीट है। अब गोलू की खुराक की बात की जाए तो वह 40 किलो सूखा और हरा चारा खाता है साथ ही चना और ड्राइ फ्रूट भी इसे दिया जाता है। साथ में 10 किलो गुड़ और दूध और घी दिया जाता है। गोलू के खाने पर नरेंद्र सिंह 40 हजार रूपये महीने खर्च करते हैं। 


हरियाणा के पानीपत जिले के डिडवारी गांव निवासी पशुपालक नरेंद्र सिंह को पशुपालन के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए 2019 पद्मश्री अवार्ड से सरकार सम्मानित कर चुकी है। पशुपालन के क्षेत्र में वे आज भी बेहतर काम कर रहे हैं। उन्हें जहां से भी बुलावा आया है वे अपने गोलू को लेकर पहुंच जाते हैं। इस बार बिहार सरकार की ओर से नरेंद्र सिंह को किसान मेला में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। नीतीश सरकार की ओर से मिले निमंत्रण को स्वीकार किया और हरियाणा के पशुपालक अपने भैंस गोलू को लेकर 19 दिसंबर को ही पटना पहुंच गये थे। 21 दिसंबर को वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो में वे गोलू को लेकर पहुंच गये जहां गोलू को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गोलू को देखने के लिए पहुंचे और पशुपालक नरेंद्र सिंह से मुलाकात की। सीएम नीतीश ने गोलू के बारे में नरेंद्र सिंह से जानकारी ली।