आपके पिछड़े हिंदुओं के बारे में इतने नापाक इरादे क्यों हैं - लालू

आपके पिछड़े हिंदुओं के बारे में इतने नापाक इरादे क्यों हैं - लालू

PATNA: सीएए ,एनआरसी और एनपीआर को लेकर देशभर में जारी बहस के बीच आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बार-बार जातीय जनगणना की मांग उठा रहे हैं। लालू यादव ने ट्वीट कर एक बार फिर जातिगत जनगणना कराने की मांग की है। लालू ने अति पिछड़ा कार्ड खेलते हुए पिछड़े हिंदुओं के हितों की बात की है।

लालू यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि आप मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई सभी गिनते है लेकिन असल पिछड़े-अतिपिछड़े हिंदुओं को गिनने में किस बात का डर है? आप पिछड़े हिंदुओं की जनगणना क्यों नहीं कराना चाहते? आपके पिछड़े हिंदुओं के बारे में इतने नापाक इरादे क्यों है? क्या आप पिछड़े हिंदुओं का हक़ खाकर उन्हें पिछड़ा ही रखना चाहते है।

इससे पहले एक और ट्वीट में उन्होनें कहा है कि केंद्र सरकार जनगणना में कुत्ता-बिल्ली, हाथी-घोड़ा, सियार-सुअर सब की गिनती करती है तो पिछड़े और अतिपिछड़ों की गिनती करने में क्या परेशानी है? जनगणना में एक अलग जाति का कॉलम जोड़ने में क्या दिक्कत है? क्या जातिगत जनगणना करेंगे तो 10% की 90 प्रतिशत पर हुकूमत की पोल खुल जायेगी?

इससे पहले लालू यादव ने शनिवार को भी एक ट्वीट किया था जिसमे उन्होनें लिखा कि कथित एनपीआर, एनआरसी और 2021 की भारतीय जनगणना पर लाखों करोड़ खर्च होंगे। सुना है एनपीआर में अनेकों अलग-अलग कॉलम जोड़ रहे हैं, लेकिन इसमें जातिगत जनगणना का एक कॉलम और जोड़ने में क्या दिक्कत है? क्या 5000 से अधिक जातियों वाले 60 प्रतिशत अनगिनत पिछड़े-अतिपिछड़े हिंदू नहीं है, जो आप उनकी गणना नहीं चाहते?'

बता दें कि लालू चारा घोटाला के मामले में जेल की सजा काट रहे हैं। फिलहाल स्वास्थ्य कारणों से वह रांची के रिम्स में भर्ती हैं। इससे पहले लालू यादव ने नागरिकता संशोधन विधेयक को जेडीयू की ओर से संसद में समर्थन दिए जाने को लेकर  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा था।