बिहार : असली दुल्हे की जगह शादी करने पहुंचा नकली, मंडप पर सच आया सामने तो मच गया बबाल ; जानिए फिर क्या हुआ

बिहार :  असली दुल्हे की जगह शादी करने पहुंचा नकली, मंडप पर सच आया सामने तो मच गया बबाल ; जानिए फिर क्या हुआ

NALANDA : बिहार के नालंदा से एक सनसनीखेज का मामला निकल कर सामने आ रहा है। यहां शादी में दूल्हा बदलने से आक्रोशित वधु पक्ष के लोगों ने बारातियों को बंधक बना लिया। जिसके बाद गांव में अफरा तफरी मच गई। नकली दूल्हा देख ग्रामीणों ने वर पक्ष को जमकर खरी खोटी सुनाई। यह  घटना दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमरावां गांव की है।


दरअसल, दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमरामा गांव में एक शादी समारोह में हंगामा हो गया। जब लड़के वालों ने नकली दूल्हा बना कर शादी करने बारातियों के साथ पहुंचा। लड़की वाले जिस लड़के से लड़की की शादी के लिए बात की थी, वह दूल्हा नहीं आया बल्कि नकली दूल्हा बना कर बारातियों के साथ लड़की से शादी करने पहुंचा। जबकि असली दूल्हा पहले ही लव मैरिज कर ली थी। जिसके बाद लड़की पक्ष के लोगों ने दूल्हा बदलने पर नाराजगी जताई और बवाल काटा। घरवालों ने घंटों दूल्हा औ बारातियों को बंधक बनाये रखा। इस दौरान पंचायती भी होती रही। लेकिन, बात नहीं बनी। आखिरकार, मामला थाने पहुंच गया।


बताया जा रहा है कि, नवादा के अमोनी गांव के रहने वाले रामजन्म मांझी और उनकी पत्नी लक्ष्मीनिया देवी अपने बेटे की शादी को लेकर डुमरामा गांव निवासी देव शरण मांझी के घर बारात लेकर पहुंची। लेकिन, यहां शादी की रस्म शुरू होने से पहले ही लड़की वाले दूल्हा को देखकर आश्चर्यचकित हो गए। लड़की पक्ष वालों ने दूल्हा बदलने का आरोप लगाया। इसके बाद तो बात बहुत आगे बढ़ गई और लड़की वालों ने शादी से इंकार कर दिया और दूल्हा समेत 8 बारातियों को लड़की वालों ने बंधक बना लिया। 


वहीं, इस पुरे मामले को लेकर नकली दूल्हा बने नकली दूल्हा बने नवादा के अमौनी गांव निवासी उमेश मांझी के बेटे बबलू कुमार ने बताया कि उसे लक्ष्मीनिया देवी चाचा के बीमार होने की बात कहकर लायी थी। मायके न जाकर सीधे कोर्ट-पैंट पहनाकर शादी कराने के लिए लेकर चली आयी। मंडप में बैठाए जाने पर दूल्हे को सारा मामला समझ में आया। 


जबकि, इस मामले को लेकर असली लड़के की मां लक्ष्मीनिया देवी ने बताया कि उनके बेटे ने पहले ही लव मैरिज कर लिया है। शादी करके वह फरार हो गया था। बेटे की इस करतूत की जानकारी उन्होंने बेटी वालों को नहीं दी। इधर शादी तय हो चुकी थी। लड़की का शादी बाधित नहीं हो इसलिए गांव के एक लड़के को उसके माता-पिता की सहमति से इस शादी में लेकर आयी थी। 


इस मामले में दीपनगर थानाध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल ने बताया कि लड़की एवं लड़के पक्षों को थाने पर लाया गया। दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। अभी तक किसी ने लिखित आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने पर जांच कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। दोनों पक्षों के लोग काफी देर तक थाने पर जमे रहे।  लड़की पक्ष वालों ने शादी करने से इनकार कर दिया है और दहेज और शादी की तैयारी में लगे खर्च की मांग की जा रही है।