चिराग को अच्छे लगने लगे हैं नीतीश, बोले.. मेरी कोई निजी दुश्मनी नहीं

चिराग को अच्छे लगने लगे हैं नीतीश, बोले.. मेरी कोई निजी दुश्मनी नहीं

PATNA : चिराग पासवान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कट्टर विरोधी माना जाता है। विधानसभा चुनाव के दौरान नीतीश कुमार के खिलाफ अगर किसी ने सबसे ज्यादा हमला बोला तो चिराग उसमें सबसे ऊपर थे। लेकिन हाल के दिनों में नीतीश कुमार और चिराग पासवान की नज़दीकियां देखने को मिली हैं। पिछले दो मौकों पर जब भी नीतीश कुमार से मिले तो उन्होंने पैर छूकर आशीर्वाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर इफ्तार पार्टी के दौरान जब चिराग थोड़ी दूर पर बैठे थे तो नीतीश कुमार ने उन्हें अपने पास बुलाया। चिराग का हालचाल लिया और चिराग ने भी पैर छूकर नीतीश कुमार का आशीर्वाद लिया था। चिराग और नीतीश की इन्हीं नजदीकियों को लेकर जब चिराग से सवाल किया गया तो उनका का ताजा बयान सामने आया है। 


चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार से उनकी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। वह नीतीश कुमार की नीतियों का वह विरोध करते रहे हैं। सरकार के गलत फैसलों पर आवाज उठाना व्यक्तिगत विरोध नहीं होता। चिराग पासवान ने कहा है कि नीतीश कुमार मुझसे उम्र में बड़े हैं। वह मेरे पिता रामविलास पासवान के मित्र रहे हैं, दोनों ने एक साथ काम किया है। इसलिए आज से अगर मैं उनका आशीर्वाद लेता हूं तो इसमें कोई हर्ज नहीं। चिराग ने साफ शब्दों में कहा है कि मैं नीतीश कुमार का व्यक्तिगत विरोध नहीं करता लेकिन नीतियों पर सवाल उठाया जा सकता है।


चिराग और नीतीश की नजदीकियों को लेकर सियासी गलियारे में कई तरह की चर्चा है, लेकिन जानकार मानते हैं कि नीतीश की तरफ से चिराग पर चलाया गया यह मोह बाण यूं ही नहीं है। दरअसल, नीतीश को इस बात का एहसास है कि चिराग ने उन्हें विधानसभा चुनाव में कितना नुकसान पहुंचाया। विधानसभा चुनाव के बाद जेडीयू की कम हुई सीटों को लेकर समीक्षा की गई थी तो उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान को नीतीश ने अपने लिए सबसे नुकसानदेह पाया था। यही वजह रही कि नीतीश कुमार ने तत्काल कुशवाहा को अपने साथ कर लिया लेकिन चिराग उनके खिलाफ मोर्चा खोले रहे। अब चिराग की पार्टी और परिवार में बिखराव हो चुका है। वो राजनीतिक तौर पर पहले से कमजोर हुए हैं। ऐसे में नीतीश कुमार को लेकर उनका भी रुख नरम है और इसी का फायदा उठाकर चिराग को आने वाले वक्त में साथ ले आएं तो बहुत अचरज नहीं होना चाहिए।