DELHI: एलजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के भाई और समस्तीपुर से सांसद चुने गए प्रिंस पासवान जब संसद में बोलने खड़े हुए तो उन्होनों सबसे पहले तो अपने पिता स्वर्गीय रामंचद्र पासवान को याद किया फिर उन्होनें कहा कि हम पहली बार बोल रहे हैं कोई गलती हो जाए तो माफ कीजिएगा। इस दौरान प्रिंस पासवान ने अपने छोटे से संबोधन में सभी का दिल जीत लिया।
अपने पिता की निधन के बाद समस्तीपुर में हुए उपचुनाव में निर्वाचित हुए प्रिंस पहली बार संसद में बोलने खड़े हुए थे । इस दौरान उन्होनें कहा कि संसद में खड़े होकर ऐसा लग रहा है कि फिर से स्कूल वापस आ गए हैं और अपनी क्लास में बैठे हैं। उन्होनें कहा कि जैसे क्लास में टीचर होते हैं और आसपास स्टूडेंट होते हैं कुछ ऐसा ही यहां का माहौल लग रहा है।प्रिंस पासवान ने कहा कि सदन में जहां हमारे बड़े भईया( चिराग पासवान) और बड़े पापा ( राम विलास पासवान) मौजूद हो वहां हमेशा मन में बना रहता है कि कोई गलती न हो जाए।
इतनी सारी बातें हो गयी तो प्रिंस फिर जनता के मुद्दे पर आ गये और इस दौरान उन्होनें सदन में समस्तीपुर से जुड़े तीन कारखानों का मुद्दा उठाया। उन्होनें कहा कि ये कारखाने काफी समय से बंद पड़े हैं। जिससे पांच हजार लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गयी हैं वे पलाय़न को मजबूर हो गए हैं। सरकार इस बार ध्यान दे तो कारखाने को फिर से शुरू कर पलायन को रोका जा सकता है। इस दौरान उन्होनें मामले से जुड़े हर पहलूओ को बखूबी सदन के सामने रखा।