'चूड़ी पहनकर नहीं बैठेंगे ...', RJD विधायक ने तेजस्वी और लालू के करीबी सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा - ताकत है तो ब्राह्मणों पर क्यों नहीं बोलते

'चूड़ी पहनकर नहीं बैठेंगे ...', RJD विधायक ने तेजस्वी और लालू के करीबी सांसद के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा - ताकत है तो ब्राह्मणों पर क्यों नहीं बोलते

PATNA : महिला आरक्षण बिल पर मंगलवार को राज्यसभा में आरजेडी से सांसद मनोज झा का भाषण हुआ। इसमें उन्होंने अपने भाषण के लास्ट में ठाकुरों पर एक कविता सुनाई। अब इसी कविता को लेकर उनकी ही पार्टी के विधायक ने मोर्चा खोल दिया है। राजद विधायक ने मनोज झा के साथ ही साथ तेजस्वी और पार्टी के तमाम बड़े नेता से कड़ा सवाल पूछ डाला है। 


दरसअल, राजद विधायक चेतन आनंद ने फेसबुक पर पोस्ट करते हुए कहा कि-  वह मनोज झा के विचारों का पुरजोर विरोध करते हैं। चेतन आनंद ने फेसबुक लाइव किया और कहा कि - मनोज झा ब्राह्मणों पर कविता क्यों नहीं सुनाते हैं। वो इसके लिए जनता से माफी मांगे। वरना हम चूड़ी पहनकर नहीं बैठेंगे।


राजद विधायक चेतन आनंद कहा है कि - हम ठाकुर है सब सबको साथ लेकर चलते हैं इतिहास में सबसे अधिक बलिदान हमारा है। समाजवाद में किसी एक जाति को टारगेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नहीं! जब हम दूसरों के बारे में गलत नहीं सुन सकते तो अपने पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे!! माननीय सांसद मनोज झा के विचारों का पुरजोर विरोध!


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि -मनोज झा ठाकुरों को विलेन बता रहे हैं। आपको ठाकुरों से एक एलर्जी है। दुनिया में इतनी सारी कविताएं हैं उन्हें इस्तेमाल कर लेते। आप ब्राह्मण हैं इसलिए आपने ब्राह्मणों के विरोध में कविता नहीं पढ़ी। आपके लोग आपको जीने नहीं देते, इसलिए आपने उनके खिलाफ कविता नहीं पढ़ी।


मुझे शर्म आती है राज्यसभा में बैठे हमारे जाति के लोग ये सब सुनते रहे। मैं सदन में रहता तो धरना देता, प्रदर्शन करता, चुपचाप नहीं सुनता। इसमें हमारे समाज के लोगों की गलती है जो अपने समाज को इतना कुछ सुन लिया। कुछ लोग पार्टी में रहकर ए-टू-जेड फॉर्मूला बिगाड़ना चाहते हैं। ऐसे लोग जो मुंह में आता है बक देते हैं। मनोज झा का बयान समाजवाद नहीं है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। चूड़ी पहनकर नहीं बैठेंगे, चुपचाप तमाशा नहीं देखेंगे। इसे हम पार्टी फोरम पर उठाएंगे। एक-दो जात को लेकर राजनीति नहीं होती। मनोज झा को पब्लिश के सामने माफी मांगनी चाहिए। मैं अपना नाम चेतन आनंद लिखता हूं...आप क्यों नहीं मनोज लिखते हैं झा क्यों लगाते हैं।