झारखंड में महाशिवरात्रि विवाद पर बोले ओवैसी, हेमंत सरकार और RSS ने भी हिंसा को दिया बढ़ावा

झारखंड में महाशिवरात्रि विवाद पर बोले ओवैसी, हेमंत सरकार और RSS ने भी हिंसा को दिया बढ़ावा

RANCHI: पलामू के पांकी प्रखंड मुख्यालय में बुधवार की सुबह महाशिवरात्रि को लेकर हो रही तैयारियों के दौरान दो पक्षों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को जिम्मेदार ठहराया है. असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पलामू में हुई हिंसा के लिए सीधे तौर पर RSS जिम्मेदार है. ओवैसी ने पलामू के पांकी में भड़की हिंसा के लिए हेमंत सोरेन सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया. ओवैसी ने कहा कि हेमंत सरकार को जैसा एक्शन लेना चाहिए था नहीं लिया. सरकार चाहती तो हिंसा को रोक सकती थी.


पलामू हिंसा को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पलामू के पांकी में जामा मस्जिद है. वहां पहले कभी भी महाशिवरात्रि का तोरण द्वार नहीं लगा था. हिंसा से पहले भी स्थानीय पुलिस स्टेशन में दोनों पक्षों के बीच यह समझौता हुआ था कि मस्जिद के सामने तोरण द्वार नहीं बनाया जाएगा. लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग वहां पहुंचे दिया गया. गाड़ियों में आग लगा दी गई. जिसमें 6 लोग घायल हो गए. 


उन्होंने कहा कि इस हिंसा के लिए सीधे तौर पर आरएसएस दोषी है. पलामू हिंसा को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. साथ ही कहा कि हेमंत सरकार भी इस हिंसा के लिए समान रूप से दोषी है. समय रहते सरकार और प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया जिसकी वजह से वहां हालात बिगड़े. 


बता दें पलामू के पांकी प्रखंड मुख्यालय में बुधवार की सुबह करीब 830 बजे दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई. इस दौरान दोनों तरफ से पथराव हुआ. उपद्रवियों ने 4 घर, 3 गुमटीनुमा दुकान और 1 कार में आग लगा दी. 4 गाड़ियों में तोड़फोड़ की. झड़प में लेस्लीगंज एसडीपीओ आलोक कुमार टूटी और पांकी इंस्पेक्टर अरुण महथा समेत 8 लोग घायल हुए हैं. घटना के बाद इलाके में तनाव है. इसे देखते हुए 4 थानों की पुलिस कैंप कर रही है. पांकी में निषेधाज्ञा लागू करते हुए पूरे जिले में 16 फरवरी की शाम तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.