'मैं रत्नेश सदा शपथ लेता हूं कि...' नीतीश कैबिनेट का आज होगा विस्तार, संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद एक मंत्री लेंगे शपथ

'मैं रत्नेश सदा शपथ लेता हूं कि...' नीतीश कैबिनेट का आज होगा विस्तार, संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद एक मंत्री लेंगे शपथ

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट का विस्तार होगा। इस कैबिनेट विस्तार में सोनवर्षा से तीन बार विधायक रहे रत्नेश सदा मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ लेंगे। इन्हें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर शपथ दिलाएंगे। राज भवन सचिवालय में उन्हें निमंत्रण पत्र भेज दिया है।


दरअसल, हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा के नेता और पूर्व मंत्री जीतन राम मांझी के बेटा डॉ.संतोष सुमन का कैबिनेट से त्याग पत्र देने के बाद अब उनकी जगह पर रत्नेश सदा यह मौका मिला है। पार्टी को जदयू में विलय के आरोप लगाने के साथ ही डॉ.संतोष सुमन ने नीतीश कैबिनेट से बाहर का रास्ता अपनाया है। नीतीश कुमार ने मांझी समुदाय में अपनी पकड़ बरकरार रखने को लेकर रत्नेश सदा को कैबिनेट में शामिल किया है। 



वहीं, मनोनीत मंत्री रत्नेश सदा जब राजभवन पहुंचेंगे तो उनके साथ उनकी मां के अलावा उनकी पत्नी, बेटा और बहू भी साथ होंगे। रत्नेश सदा के लिए यह काफी अहम पल होगा। इस शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार समेत अन्य लोग मौजूद होंगे।


मालूम हो कि, 2020 में सोनवर्षा विधानसभा से जेडीयू प्रत्याशी के तौर पर रत्नेश सदा ने चुनाव लड़ा था और कांग्रेस प्रत्याशी तरनी ऋषिदेव को 13 हजार 466 वोट से हराकर विधायक बने थे। रत्नेश सदा अभी जेडीयू के सचेतक है। जेडीयू कोटे से अभी नीतीश मंत्रिमंडल में दो दलित मंत्री हैं। जिनमें एक नीतीश के करीबी अशोक चौधरी है जबकि दूसरे सुनील कुमार हैं। जीतन राम मांझी के बेटे संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद अब सोनवर्षा विधायक रत्नेश सदा को मंत्री बनाया जा रहा है।  ऐसा कर नीतीश कुमार दलितों के बीच अपनी जगह बनाए रखना चाहते है।  


आपको बताते चलें कि, रत्नेश सदा को मंत्री बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री  नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और ललन सिंह समेत जेडीयू के बड़े नेताओं के बीच बैठक हुई थी। जिसमें यह फैसला लिया गया। इससे पहले जेडीयू विधायक रत्नेश सदा का एक अणे मार्ग स्थित सीएम आवास पर बुलाया गया है। यहां उनसे काफी लंबी बातचीत के बाद यह आज इनका नाम तय कर लिया गया। इनके मंत्री बनाए जाने को लेकर आगे की रणनीति तय की जाएगी।