नीतीश ही पार लगाएंगे मांझी की नैया : तेजस्वी की डेडलाइन घटाकर 20 मार्च की, नीतीश से पहले नहीं मिलने को भूल बताया

नीतीश ही पार लगाएंगे मांझी की नैया : तेजस्वी की डेडलाइन घटाकर 20 मार्च की, नीतीश से पहले नहीं मिलने को भूल बताया

PATNA : हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अब यह साफ कर दिया है कि महागठबंधन में उनकी उल्टी गिनती जल्द खत्म होने वाली है। मांझी ने तेजस्वी को दिए डेडलाइन की समय सीमा कम करते हुए अब 20 मार्च तय कर दी है। मांझी ने साफ कर दिया है कि 20 मार्च तक अगर महागठबंधन में कोआर्डिनेशन कमेटी नहीं बनी तो वह आगे का रास्ता तय कर लेंगे।


मांझी ने अपने और नीतीश कुमार के रिश्तों के बीच में खटास पर भी पछतावा जाहिर किया है। मांझी ने कहा है कि उन्हें दो साल पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर लेनी चाहिए थी लेकिन उनसे भूल हुई।उन्होनें कहा कि सीएम से मुलाकात के दौरान उनसे महागठबंधन पर भी चर्चा हुई है। उन्होनें नीतीश कुमार को ताजा हालात के बारे में भी बताया है।मांझी ने नीतीश से मुलाकात पर सफाई देते हुए कहा कि मैं उनसे मिलने में डरता था कि लोग मुलाकात पर तरह-तरह की चर्चा करेंगे। लेकिन उनसे मिलना जरूरी था। हालांकि मांझी ने जेडीयू में शामिल होने की बातों को पूरी तरह नकारते हुए कहा कि अपने क्षेत्र की जनता की समस्या को लेकर मैनें उनसे मुलाकात की है।


जीतन राम मांझी ने आरजेडी को दी समयसीमा को घटाते हुए 20 मार्च तक का समय देते हुए कह दिया कि अगर आरजेडी कोर्डिनेशन कमिटी की मांग पर कोई विचार न कर अकेले चलेगी तो आरजेडी को छोड़कर महागठबंधन के सभी दल मिलबैठ कर वृहत महागठबंधन की परिकल्पना को साकार रूप देने की कवायद शुरू कर देंगे। उन्होनें बताया कि उस वृहत महागठबंधन में हमलोग कन्हैया की पार्टी सीपीआई और पप्पू यादव की पार्टी जाप को शामिल करेंगे। दोनों ही दल गरीबों की पार्टी है। इसके अलावा उन्होनें कहा उस नयी परिकल्पना में मायावती की बसपा से बात होगी। उन्हें भी शामिल करने का प्रयास किया जाएगा।


मांझी कहे या ना कहे नीतीश से मुलाकात के बाद उने सुर बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्हें नीतीश कुमार अपने लगे हैं। जिस तरह से वे आरजेडी पर लगातार हमलावर है इससे उनके तेवर ठीक नहीं लग रहे । लगता है महागठबंधन से वे अपना हिसाब-किताब बराबर ही कर  के दम लेगें। मांझी की बातों को तेजस्वी ने भी तरजीह नहीं दी औरप आज कह दिया कि किसी भी तरह की कोई कोर्डिनेशन कमिटी के गठन पर आरजेडी विचार नहीं कर रहा है।