‘PM बनने के लिए साथ छोड़ा लेकिन संयोजक भी नहीं बन पाए’ नीतीश की NDA में वापसी पर बोले आरसीपी

‘PM बनने के लिए साथ छोड़ा लेकिन संयोजक भी नहीं बन पाए’ नीतीश की NDA में वापसी पर बोले आरसीपी

NALANDA: बिहार की सियासत में पिछले कुछ दिनों से यह कयास लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारेंगे और एनडीए में शामिल हो जाएंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की अटकलों के बीच आरसीपी सिंह ने तीखा हमला बोला है। आरसीपी सिंह ने कहा है कि नीतीश कुमार की विश्वसनीयता पूरी खत्म हो चुकी है और उनकी साख समाप्त हो गई है। प्रधानमंत्री बनने के लिए एनडीए का साथ छोड़ा था लेकिन कन्वेनर भी नहीं बन पाए।


जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और बीजेपी नेता आरसीपी सिंह ने नीतीश की एनडीए में वापसी के अटकलों पर कहा है कि कोई किसी को अपने साथ तब लेता है वह उसके लिए एसेट होता है लेकिन नीतीश कुमार तो पूरी तरह से लैबविटी हैं। बिहार की जनता ने नीतीश कुमार को एनडीए के नेता के तौर पर वोट दिया था लेकिन एनडीए के साथ नीतीश कुमार ने किस तरीके का व्यवहार किया था और किस प्रकार की भाषा का उपयोग करते हैं। उनको एनडीए के मान सम्मान की कोई चिंता नहीं होती है।


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के चक्कर में नीतीश ने पाला बदल लिया। बिहार की जनता के जनादेश का अपमान करते हुए उन्होंने इस तरह का काम किया। विपक्षी गठबंधन की तीन बैठकें हो गई लेकिन प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनना तो दूर आजतक नीतीश कुमार कन्वेनर तक नहीं बन पाए। अब वहां कुछ नहीं बचा है। विपक्षी गठबंधन के लोग सिर्फ अपना अपना खेल खेल रहे हैं। अगर वे अपना खेल खेलेंगे तो बिहार का नाश तो होगा ही। 26 दलों में 26 पीएम पद के उम्मीदवार हैं।


आरसीपी ने कहा कि नीतीश कुमार के आसपास जो लोग हमेशा मौजूद होते हैं वे उनके ऊपर दबाव बनाते हैं। संगठन और गठबंधन के लोग मुख्यमंत्री के ऊपर दबाव बनाते हैं। एनडीए नीतीश कुमार के दबाव में क्यों आएगा। यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए की जो स्थिति थी उससे भी अधिक वोट और सीटें मिलेंगी और प्रधानमंत्री पहले से अधिक ताकतवर हो जाएंगे।


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का व्यवहार और आचरण लोगों के बीच कैसा है। नीतीश कुमार के कारण बिहार के लोग मजाक के पात्र बनकर रह गए हैं। किसी भी मुख्यमंत्री का पद गरिमा का पद होता है। बिहार की जनता का ध्यान भटकाने के लिए नीतीश कुमार कुछ न कुछ करते रहते हैं। बिहार में न तो विकास की चर्चा हो रही है और ना ही रोजगार और निवेश की ही चर्चा हो रही है। सिर्फ एक ही चर्चा हो रही है कि नीतीश कुमार एनडीए में जा रहे हैं या नहीं जा रहे हैं। बिहार के लोगों को असल मुद्दों से भटकाने की कोशिश हो रही है।


वहीं पटना में महादलित महिला को निर्वस्त्र कर पिटाई किए जाने पर आरसीपी सिंह ने कहा कि बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। नीतीश कुमार का जो यूएसबी था कानून का राज वह समाप्त हो चुका है। पहले अपराधी कानून से डरते थे लेकिन अब बिहार के सज्जन लोग अपराधियों से डर रहे हैं। आरसीपी सिंह ने कहा कि चिंता करने की बात नहीं है अब यह कुछ महीनों तक की ही बात है। आगे का जो समय है वह बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए का है और एक बार फिर बिहार जहां था वहां पहुंचेगा।