सतर्क और सावधान हो जाइए! पांचवें चरण की वोटिंग से पहले RJD सुप्रीमो लालू यादव ने किया अपील, कहा ...संविधान बचाने के लिए करें मतदान

सतर्क और सावधान हो जाइए!  पांचवें चरण की वोटिंग से पहले RJD सुप्रीमो लालू यादव ने किया अपील, कहा ...संविधान बचाने के लिए करें मतदान

PATNA :  लोकसभा 2024 अब धीरे -धीरे अपने अंतिम दौर में चल रहा है। देश भर में अबतक चार चरणों का मतदान हो चूका है। पांचवें चरण का मतदान 20 मई को होना है। ऐसे में इस चरण के चुनाव से पहले राजद सुप्रीमो लालू यादव ने वोटरों को मतदान करने का अपील किया है। इसके साथ ही लालू ने संविधान बदलने का आरोप भी भाजपा पर लगाया है। 


लालू यादव ने कहा है कि,सतर्क और सावधान हो जाइए! भाजपा आपका आरक्षण, देश का लोकतंत्र और संविधान खत्म करने पर तुल गया है। देश का संविधान नहीं रहेगा तो देश में लोकतंत्र भी नहीं रहेगा। आप देश के समान रूप से नागरिक भी नहीं रहेंगे। आप ऐसे नागरिक नहीं रहेंगे जिनके पास अधिकार होंगे, संवैधानिक सुरक्षा और उपचार के उपाय हों। आप चंद लोगों के गुलाम मात्र रह जाएंगे।


इसके आगे लालू ने लिखा है कि, संविधान है तो आरक्षण है और आरक्षण है तो गैर बराबरी, उत्पीड़न एवं अत्याचार से सुरक्षा है। समानता का भाव है, उपचार है।भाजपाई चाल चरित्र से समता विरोधी हैं। ये लोग संविधान व आरक्षण खत्म कर समाज में गैर बराबरी बढ़ा लोगों को पुनः मानसिक गुलाम बनाना चाहते हैं।बार-बार भाजपा के नेता स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि वे लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। 


नया संविधान बनाना चाहते हैं, आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं लेकिन आरक्षण और संविधान विरोधी बयानबाजी पर प्रधानमंत्री मोदी और उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसी भी नेता और प्रत्याशी पर कभी भी कोई भी कार्रवाई नहीं की है। स्पष्ट दिखता है उन्हें जानबूझकर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिली हुई है। अपने ऐसे बयानों से भाजपाई लोग आरक्षण और संविधान के प्रति आपकी गंभीरता, सजगता और प्रतिबद्धता को जाँचते हैं। 


इसके आगे लालू ने अधिक से अधिक संख्या में वोटिंग करने का अपील करते हुए लिखा है कि अगर आज आप संविधान, आरक्षण और लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में अपना योगदान नहीं करेंगे तो आप और आपकी आने वाली पीढ़ियाँ उसी प्रताड़ना और उपेक्षा के दुष्चक्र को जियेंगीं जिसे कभी आपके पूर्वजों ने जिया था। आपके उलाहना, उत्पीड़न और अभाव के पुराने दिन वापस आएंगे और हाथ मलने के अलावा आपके पास कोई उपाय नहीं रह जाएगा। इसलिए लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़ चढ़कर हिस्सा लें और संविधान व आरक्षण विरोधी बीजेपी को कड़ा सबक़ सिखाएं।