वोटकटवा से सावधान है पालीगंज की जनता, आमने सामने की है लड़ाई

वोटकटवा से सावधान है पालीगंज की जनता, आमने सामने की है लड़ाई

PATNA : पालीगंज विधानसभा सीट पर आमने सामने की जबरदस्त टक्कर देखने को मिल रही है. यहां बीजेपी की पूर्व विधायक रही उषा विद्यार्थी एलजेपी से उम्मीदवार हैं और उनका सीधा मुकाबला भाकपा माले के कैंडिडेट संदीप सौरव से है. मौजूदा विधायक जयवर्धन यादव आरजेडी से पाला बदलकर जेडीयू के सिंबल पर यहां चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन अब तक की लड़ाई त्रिकोणीय नहीं दिख रही है.

चुनाव प्रचार के दौरान जयवर्धन यादव को कई जगह पर विरोध का सामना करना पड़ा है. पालीगंज विधानसभा सीट पर कई निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं लेकिन फिलहाल वोटरों का मिजाज निर्दलीय उम्मीदवारों की बजाय दलिए उम्मीदवारों में से किसी एक को जनप्रतिनिधि चुनने पर है. पालीगंज की जनता अपना वोट बर्बाद नहीं करना चाहती और लोकतंत्र के इस अधिकार की अहमियत समझते हुए वह बेहद सोच समझकर अपने वोट का इस्तेमाल करने का मन बना रही है. उषा विद्यार्थी और संदीप सौरव के बीच इस सीट पर फिलहाल कांटे की लड़ाई देखने को मिल रही है.

इस सीट पर 28 अक्टूबर को मतदान होना है. 2015 में जयवर्धन यादव आरजेडी के टिकट पर यहां से बीजेपी उम्मीदवार रामजन्म शर्मा को हराकर विधानसभा पहुंचे थे. उन्होंने 24000 से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. 2010 में उषा विद्यार्थी इस सीट से बीजेपी की विधायक रह चुकी हैं. हालांकि इस बार यह सीट जेडीयू में जाने के बाद उन्होंने एलजेपी के सिंबल पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. पालीगंज विधानसभा सीट पर कई उम्मीदवार लगातार जनसंपर्क करते दिख रहे हैं लेकिन जनता वोटकटवा उम्मीदवारों से सचेत है.

पालीगंज विधानसभा सीट पर  जातीय समीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है. यहां भूमिहार, मुस्लिम और यादव वोटरों की संख्या तकरीबन 20 -20 फ़ीसदी है. इनमें से जिस उम्मीदवार को सबसे ज्यादा वोट मिलेगा वही पालीगंज पर कब्जा जमाएगा. पालीगंज में कुल वोटरों की संख्या लगभग 278000 है. जिसमें पुरुष वोटर 1 लाख 45 हजार और महिला वोटरों की संख्या एक लाख 34 हजार है.