यह कैसी स्वास्थ्य व्यवस्था ? पहली ही बरसात में टूटकर गिरा 3 करोड़ की लागत से बने अस्पताल का छत, MLA ने कहा - पटना में करूंगी शिकायत

यह कैसी स्वास्थ्य व्यवस्था ? पहली ही बरसात में टूटकर गिरा 3 करोड़ की लागत से बने अस्पताल का छत, MLA ने कहा - पटना में करूंगी शिकायत

JAMUI : बिहार में जब से स्वास्थ्य महकमा की कमान तेजस्वी यादव ने संभाली है तबसे वो नई - नई योजनाओं की शुरुआत करते हुए नजर आते हैं। लेकिन, इनकी इस योजनाओं का कभी भी जमीनी स्तर पर कोई असर दिखाता हुआ नजर नहीं आ रहा है। इसके इतर आए दिन इनकी योजनाओं का कहीं न कहीं से पोल खुलती हुई नजर आती है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला जमुई से निकल कर सामने आया है। जहां उप प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शेड पहली बरसात में ही टूटकर गिर गया। 


दरअसल, जमुई के मलयपुर के परिसर में बना तीन करोड़ की लागत से बना 50 बेड वाले कोविड भवन पहले ही बरसात में टूट गया। इस वार्ड का मुख्य दरवाजा और छत का कई भाग पहली ही बरसात में टूटकर गिर गया। जिससे अस्पताल प्रसाशन में अफरा- तफरी का माहौल कायम हो गया। वहीं, जैसे ही इस मामले की जानकारी विधायक श्रेयसी सिंह को लगी तो वो खुद अस्पताल का औचक निरिक्षण करने पहुंची। 


मालूम हो कि, 3 करोड़ की लागत से बनने वाला 50 बेड बाले इस प्रीपेड अस्पताल का शिलान्यास खुद जमुई विधायक श्रेयसी सिंह ने ही किया था और अब  पहले ही बरसात में अस्पताल का हिस्सा टूटकर गिरने के बाद खुद इसका निरिक्षण करने भी पहुंची। विधायक ने अस्पताल के चारों और घूम घूम कर निरीक्षण किया। इस दौरान अस्पताल निर्माण में बरती गई लापरवाही को देख बीफर गई ।वहीं अस्पताल के रखरखाव को लेकर सिविल सर्जन को कई दिशा निर्देश दिए। 


वहीं, इस मामले को लेकर विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि, यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि इतनी बड़ी राशि से अस्पताल का निर्माण कराया गया लेकिन पहले ही बारिश में मुख्य द्वार ढह गया और छत गिर गया। यह यह दर्शाता है कि अस्पताल निर्माण कार्य में संवेदक के द्वारा भारी अनियमितता बरती गई है। उन्होंने कहा संवेदक के द्वारा बहुत ही घटिया तरीके से अस्पताल का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि सत्र में इसकी जांच मांग की जाएगी तथा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों से शिकायत कर संवेदक पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी।