Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
1st Bihar Published by: HARERAM DAS Updated Mon, 01 Sep 2025 01:15:57 PM IST
- फ़ोटो Reporter
Bihar News: बेगूसराय में आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं पर संकट मंडरा रहा है। 102 एंबुलेंस कर्मचारी संघ के बैनर तले सभी एंबुलेंस कर्मियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए। आंदोलन संघ के जिला अध्यक्ष रंजन कुमार के नेतृत्व में सदर अस्पताल परिसर में जारी है, जहां दर्जनों कर्मचारी धरने पर बैठे हुए हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि वे लंबे समय से अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। बार-बार मिले आश्वासन के बावजूद वेतन, सुविधा और मरम्मत व्यवस्था जैसी समस्याएं जस की तस बनी हुई हैं। इस उपेक्षा के विरोध में उन्होंने सेवाएं ठप कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा की है।
संघ के अध्यक्ष रंजन कुमार ने अपनी तीन प्रमुख मांगें विस्तार से बताते हुए कहा कि श्रम अधिनियम के तहत वेतन और सुविधाएं कर्मचारियों को उनके कार्य के अनुसार उचित वेतन और अतिरिक्त कार्य का भुगतान मिलना चाहिए। समय पर वेतन भुगतान हर महीने वेतन मिलने की निश्चित तिथि तय की जाए और पे-स्लिप दी जाए। गाड़ियों की मरम्मत और वेतन सुरक्षा एंबुलेंस खराब होने पर वेतन में कटौती नहीं होनी चाहिए, और मरम्मत कार्य समय पर होना चाहिए। यदि मरम्मत 10 दिनों के भीतर नहीं होती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
हड़ताल का सीधा असर जिले की आपातकालीन सेवाओं पर पड़ रहा है। मरीजों और उनके परिजनों को एम्बुलेंस सेवा के अभाव में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिले के अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी इस आंदोलन के चलते सतर्क हो गए हैं। हड़ताल की सूचना स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक कोई संवाद या वार्ता का संकेत नहीं मिला है। कर्मचारी जैन पल्स कंपनी के अंतर्गत काम कर रहे हैं और कंपनी द्वारा भी कोई समाधान नहीं दिया गया है।