1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 30 Nov 2025 03:08:21 PM IST
- फ़ोटो
Bhojpur News : भोजपुर जिले के गड़हनी थाना क्षेत्र में रविवार की सुबह एक बार फिर वह दिल दहला देने वाला मंजर सामने आया जिसने पूरे इलाके को दहशत और आक्रोश से भर दिया। बगवां रेलवे क्रॉसिंग पर हुई भीषण सड़क दुर्घटना ने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। मोती टोला, आरा निवासी रामबाबू चौधरी, पुत्र शिवपूजन चौधरी (उम्र लगभग 32 वर्ष), अपनी बहन के घर शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। परिवार में खुशी का माहौल था, लेकिन सलाहपुर मोड़ के समीप ही मौत ने उनकी राह रोक ली।
सुबह लगभग 8 बजे बगवां क्रॉसिंग के पास सड़क पर बिखरा खून, टूटी हुई बाइक के टुकड़े और बुरी तरह कुचला हुआ हेलमेट इस भीषण टक्कर की कहानी खुद बयां कर रहे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार, रामबाबू अपनी मोटरसाइकिल से आरा की ओर से आ रहे थे। क्रॉसिंग पार करते ही सड़क के जर्जर हिस्से में उनकी बाइक अचानक फिसल गई और वे जोर से सड़क पर गिर पड़े। इससे पहले कि वह खुद को संभाल पाते, पीछे से तेज रफ्तार में आ रहा एक बड़ा टेलर ट्रक उन पर चढ़ गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
हादसे को देखकर आसपास के लोग भागकर मौके पर पहुंचे। शरीर के क्षत-विक्षत होने का दृश्य इतना भयावह था कि कई लोग चीख पड़े। कुछ ही मिनटों में सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए और गुस्से में सड़क को जाम कर दिया। भीड़ ने ट्रक चालक की गिरफ्तारी और सड़क की मरम्मत की मांग करते हुए प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। ग्रामीणों के अनुसार, यह घटना कोई पहली बार नहीं हुई है। बगवां क्रॉसिंग मौत का जाल बन चुका है, जहां हर दो-तीन महीने में कोई न कोई हादसा सामने आता ही रहता है।
ग्रामीणों ने बताया कि क्रॉसिंग के बाद वाला लगभग 200 मीटर का सड़क हिस्सा महीनों से टूट चुका है। गड्ढे में मिट्टी और बरसाती फिसलन की वजह से बाइक और छोटे वाहन संतुलन खो देते हैं। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि सड़क इतनी जर्जर है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। इसको लेकर कई बार ग्रामीणों ने विभाग को आवेदन दिया, सोशल मीडिया पर शिकायतें कीं, पंचायत से लेकर जिले तक अधिकारियों को समस्या बताई, लेकिन अब तक सड़क का मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ।
घटना के बाद माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा। गड़हनी थानाध्यक्ष दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और भीड़ को शांत कराने की कोशिश की। लेकिन ग्रामीण सड़क की मरम्मत, मृतक के परिजनों को मुआवजा और दोषी चालक की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। लगभग दो घंटे तक सड़क पूरी तरह जाम रही, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए आरा सदर अस्पताल भेजा।
परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक के भाई ने बताया कि रामबाबू अपनी बहन के घर में शादी से पहले के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने जा रहे थे। “किसे पता था कि हमारे घर की खुशियाँ इस तरह मातम में बदल जाएंगी। वह परिवार के कमाऊ सदस्यों में से एक था। छोटे-छोटे बच्चे हैं उसके… अब उनका क्या होगा?” भाई ने बिलखते हुए कहा।
इस घटना के बाद एक बार फिर सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल उठ खड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर सड़क मरम्मत और सुरक्षा उपायों की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करेंगे। बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण विभाग पहले भी यहां निरीक्षण कर चुका है, लेकिन प्रक्रिया फाइलों में ही अटकी हुई है।
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक जिम्मेदार विभाग लापरवाही से बाहर नहीं आएगा, ऐसे हादसे होते रहेंगे। “एक परिवार उजड़ गया, लेकिन क्या कार्रवाई सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह जाएगी? सड़क न ठीक होगी, ना स्पीड कंट्रोल होगा, तो रोज मौतें होती रहेंगी,” एक ग्रामीण नेता ने कहा। फिलहाल पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक की तलाश जारी है। प्रशासन ने भी सड़क मरम्मत को प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया है। लेकिन इलाके के लोग अब आश्वासन नहीं, कार्रवाई चाहते हैं।