Tejashwi Yadav: “मेयर और उनके देवर के दो-दो ईपिक नंबर, गुजरात के BJP नेता भी बिहार के वोटर बने”, चुनाव आयोग पर तेजस्वी का हमला INDvsPAK: "हमारे जवान घर वापस नहीं आते और हम क्रिकेट खेलने जाते हैं", एशिया कप पर बड़ी बात बोल गए हरभजन सिंह; मीडिया को भी लपेटा Bihar News: CBI की विशेष अदालत में सृजन घोटाले का ट्रायल शुरू, पूर्व DM वीरेन्द्र यादव पर आरोप तय Bihar News: अब बिहार सरकार नहीं बनाएगी नेशनल हाईवे, निर्माण और मरम्मत का जिम्मा NHAI के हवाले Bihar News: बिहार-झारखंड के इन शहरों के बीच फिर होगा स्पेशल ट्रेन का परिचालन, यात्रियों के लिए बड़ी राहत Bihar News: पटना में युवक की आत्महत्या से मची सनसनी, जांच में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार के 24 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी, बाढ़ का संकट और भी गहराया.. सहरसा में रुई के गोदाम में लगी भीषण आग, दमकल की 4 गाड़ियों ने पाया काबू अरवल में इनोवा कार से 481 लीटर अंग्रेज़ी शराब बरामद, पटना का तस्कर गिरफ्तार Bihar Crime News: कारोबारी की चाकू मारकर हत्या, गले और चेहरे पर 15 से अधिक वार; पैसों के विवाद में हत्या की आशंका
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 17 May 2025 01:54:36 PM IST
मौत के बाद बिलखते परिजन - फ़ोटो रिपोर्टर
Bihar News: पिता को हार्ट अटैक आने पर एक बेटी स्कूटी से आनन-फानन में उन्हें हॉस्पिटल ले आई। यह सोचकर कि समय से यदि अस्पताल पहुँच जाएगी तो उसके पिता को बचाया जा सकता है। लेकिन जब डॉक्टर ही खून के प्यासे हों तो फिर मरीज का बचना कहाँ से संभव होगा। ऐसा ही मामला गया से सामने आया है। जहाँ शख्स की मौत के बाद भी डॉक्टर दवाइंया लिख रहे थे।
गया शहर के एपी कॉलोनी स्थित शुभकामना हॉस्पिटल में इस हार्ट मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया, मृतक की पहचान रामपुर थाना क्षेत्र के हनुमान नगर के रहने वाले अरुण यादव के रूप में हुआ है। हार्ट में समस्या आने के बाद उनकी बेटी ने उन्हें स्कूटी पर बिठाया और शुभकामना अस्पताल ले आई।
लेकिन इलाज के दौरान उसके पिता की मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया है। परिजनों ने बताया कि उनसे 3 लाख रुपए भी ले लिए गए, और जब उन्होंने मरीज को पटना रेफर करने के को कहा तो डॉक्टरों का कहना था कि "मरीज ठीक है।" उनका यह भी आरोप है कि डॉक्टर रात भर गायब थे और कंपाउंडर के सहारे मरीज को छोड़ दिया गया था।
इसके अलावा जब परिजनों ने उनसे मिलना चाहा तो उन्हें रोका गया। फिर ये लोग जबरदस्ती मरीज के कमरे में गए तो देखा कि वह मर चुके थे। आरोप यह भी है कि अरुण यादव की मौत के बाद भी दवाइयां लिखी जा रहीं थी। इस घटना की सूचना के बाद रामपुर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया है। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर रामपुर थाने में मामला दर्ज कराया है। शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है। आगे की कार्रवाई जारी है।
रिपोर्ट: नितम राज, गया