Jamui accident : बालू लदे ट्रक की चपेट में महिला की मौत, ग्रामीणों ने चालक को बंधक बनाकर सड़क जाम किया

"जमुई में बालू लदे हाईवे ट्रक की चपेट में आने से 40 वर्षीय महिला सरोजनी देवी की मौत हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने चालक को बंधक बनाया और मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम किया।"

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 29 Nov 2025 12:47:17 PM IST

Jamui accident : बालू लदे ट्रक की चपेट में महिला की मौत, ग्रामीणों ने चालक को बंधक बनाकर सड़क जाम किया

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Jamui accident : जमुई जिले के बरहट थाना क्षेत्र के खड़ी ग्राम चौक के पास शनिवार सुबह करीब 6 बजे एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें 40 वर्षीय सरोजनी देवी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने ट्रक चालक को बंधक बना लिया और मृतका के शव को सड़क पर रखकर करीब दो घंटे तक जाम कर दिया। ग्रामीणों का कहना था कि दुर्घटना की जिम्मेदारी ट्रक चालक और वाहन मालिक दोनों पर है और उन्हें उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए।


हादसे का विवरण

जानकारी के अनुसार, सरोजनी देवी सुबह अपने घर के बाहर रोजमर्रा के कार्यों में व्यस्त थीं और सड़क किनारे गोबर उठा रही थीं। इसी दौरान तेज रफ्तार से गुजर रहे बालू लदे हाईवे ट्रेलर ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद ट्रक आगे बढ़कर घर के सामने रखी ईंटों के ढेर से जा टकराया।


स्थानीय लोगों के मुताबिक, ट्रक चालक मोहम्मद मुस्तकीम उर्फ तूफेल आलम, पिता मोहम्मद समीर, निवासी सेकंड हरंगपुरा (जिला पूर्णिया), घटना के समय गहरी नींद में था और उसे यह एहसास तक नहीं हुआ कि ट्रक किसी महिला को कुचलते हुए ईंटों के ढेर से टकरा गया है। ट्रेलर जमुई के खैर डंपिंग से बालू लेकर मलयपुर-लक्ष्मीपुर होते हुए नवगछिया की ओर जा रहा था।


ग्रामीणों का गुस्सा और सड़क जाम

हादसे के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। उन्होंने ट्रक चालक को पकड़कर पास के घर में बंद कर दिया। मृतका के शव को सड़क पर रखकर ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग और चालक तथा वाहन मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आक्रोशित ग्रामीणों के कारण सड़क पर करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे हादसे अक्सर तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण होते हैं, इसलिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए।


मृतका के परिवार की स्थिति

सरोजनी देवी अपने पीछे दो बेटे और एक बेटी छोड़ गई हैं। उनके पति दिवाकर कुमार यादव की तीन साल पहले इलाज के दौरान मौत हो चुकी थी। दिवाकर यादव नियोजित शिक्षक थे। परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्थिति पहले ही कमजोर थी और अब सरोजनी देवी की मौत ने उनके बच्चों के भविष्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। ग्रामीणों और स्थानीय नेताओं ने परिवार को हर संभव मदद देने की बात कही है।


प्रशासन की प्रतिक्रिया और कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही सर्किल इंस्पेक्टर, लक्ष्मीपुर-बरहट-मलयपुर थाना पुलिस, दंगा नियंत्रण बल, बरहट अंचल अधिकारी और प्रखंड विकास पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। अधिकारियों ने मृतका के परिजनों को मुआवजे का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम को हटाया।


पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल जमुई भेज दिया। वहीं, दुर्घटनाग्रस्त बालू लदे ट्रेलर को जब्त कर थाना ले जाया गया। ट्रक चालक को ग्रामीणों के चंगुल से लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद छुड़ाया गया। पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।


अधिकारियों ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए चालक और वाहन मालिक के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, ट्रक की तेज रफ्तार और लापरवाही को ध्यान में रखते हुए सड़क सुरक्षा नियमों के उल्लंघन की भी जांच की जा रही है।


स्थानीय लोगों की चिंता और सुझाव

स्थानीय लोग दुर्घटना को लेकर काफी चिंतित हैं। उनका कहना है कि हाईवे पर बालू और ईंटों से लदे भारी वाहन लगातार तेज रफ्तार में चलते हैं, जिससे आम लोगों की जान खतरे में रहती है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे वाहनों की गति पर नियंत्रण लगाया जाए और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जाए।


ग्रामीणों का यह भी कहना है कि सिर्फ मुआवजा नहीं, बल्कि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई जरूरी है। उन्होंने सड़क पर ट्रक पार्किंग और बालू-ईंट ढुलाई के नियमों का पालन सुनिश्चित करने की मांग की।


इस दर्दनाक हादसे ने जमुई जिले में सड़क सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उजागर कर दिया है। प्रशासन और स्थानीय पुलिस ने मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने और सड़क हादसों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया है।