ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन School Fees : स्कूलों में डिजिटल ट्रांसपेरेंसी का बड़ा कदम, अब UPI से होगी फीस पेमेंट; खत्म होंगी लंबी लाइनें Success Story: IFS ऑफिसर गीतिका की अनसुनी दास्तां, खुद को सोशल मीडिया से दूर कर कैसे किया कमाल? आप भी जानिए अनोखी ट्रिक Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज, राघोपुर से शुरू किया चुनावी अभियान Diwali 2025: दिवाली पर सिर्फ लक्ष्मी-गणेश ही नहीं, बल्कि इन मूर्तियों को भी लाए घर; फायदे जानकर रह जाएंगे दंग Bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी का वर्चुअल संवाद. शुरू होगा ‘मेरा बूथ सबसे मज़बूत’ अभियान

CBSE School: बैकफूट पर आए DEO, प्राइवेट स्कूल में उर्दू पढ़ाने का आदेश लिया वापस

बिहार में पिछले दिनों शिक्षा विभाग के तरफ से एक आदेश जारी हुआ और इसमें यह निर्देश दिया गया कि प्राइवेट स्कूल में उर्दू विषय की पढ़ाई करवाई जाए। उसके बाद इसको लेकर जमकर विवाद हुआ और फिर अब इसको लेकर नया फरमान जारी किया गया है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 02 Jan 2025 02:48:51 PM IST

CBSE School

CBSE - फ़ोटो google

CBSE School : बिहार में सीबीएसई स्कूलों में उर्दू पढ़ाने के आदेश को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी कर सभी सीबीएसई स्कूलों में एक-एक उर्दू शिक्षक रखने और उर्दू पढ़ाने का आदेश दिया था। उसके बाद इसका जमकर विरोध शुरू हो गया। अब मामले को तूल पकड़ता देख इस आदेश को वापस ले लिया गया है। आइए  जानते हैं पूरा मामला 


दरअसल, मुस्लिम बहुल किशनगंज जिले में जिला शिक्षा पदाधिकारी नासिर हुसैन द्वारा सीबीएसई स्कूल में एक-एक उर्दू शिक्षक अनिवार्य रूप से रखने और उर्दू अनिवार्य रूप से उर्दू पढ़ाने के आदेश दिए गए थे। उसके बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश को लेकर राजनीति शुरू हो गई। कई राजनेता इस मामले में बयानबाजी करना शुरू कर दिए। ऐसे में अब मामले को तूल पकड़ता देख आनन-फानन में इस आदेश को वापस ले लिया गया है। इस बात की जानकारी किशनगंज डीएम ने दी है। 


किशनगंज डीएम ने कहा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश को निरस्त करते हुए पहले की तरह ही व्यवस्था जारी रखने के आदेश दिए हैं। इससे पहले पू जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक का हवाला देते हुए कहा था कि जिले के सभी सीबीएसई बोर्ड वाले प्राइवेट स्कूल उर्दू शिक्षक रखकर पढ़ाई कराएं। सीबीएसई स्कूल संचालकों ने इस आदेश को मानने से इनकार कर दिया। 


इसके अलावा जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि दिशा की बैठक में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा यह मुद्दा उठाया गया था, उसी आलोक में यह पत्र जारी किया गया। यह कोई विभागीय पत्र नहीं है। जनप्रतिनिधियों ने कहा कि सीबीएसई स्कूल में मुस्लिम छात्र पढ़ाई करते हैं। उन्हें उर्दू विषय रखने में कठिनाई होती है, क्योंकि स्कूल में उर्दू के शिक्षक नहीं होते हैं। उस कठिनाई को दूर करने के लिए सीबीएसई स्कूल वालों से उर्दू शिक्षक रखकर पढ़ाई करवाने का आदेश दिया गया था।