1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 30 Nov 2025 03:46:31 PM IST
- फ़ोटो
Aadhar update rules : आधार कार्ड आज भारत में पहचान का सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन चुका है। सरकारी योजनाओं से लेकर बैंक में खाता खुलवाने, सिम कार्ड खरीदने, पासपोर्ट बनाने और विभिन्न सरकारी-गैर सरकारी कार्यों में इसकी जरूरत पड़ती है। देश की करीब 90% आबादी के पास आधार कार्ड मौजूद है। ऐसे में इसमें दर्ज जानकारी का सही और अपडेट होना बेहद जरूरी हो जाता है।
अक्सर लोग आधार में जन्मतिथि, नाम, पता या फोटो बदलवाने की जरूरत महसूस करते हैं, लेकिन कई बार उन्हें नियमों की जानकारी नहीं होती। UIDAI यानी भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने आधार अपडेट के लिए कुछ खास नियम तय किए हैं, जिनका पालन हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। बहुत से लोग यह मानते हैं कि आधार में बदलाव कितनी भी बार कराया जा सकता है, पर सच यह है कि कुछ अपडेट की लिमिट होती है और कुछ बदलावों पर सख्त वेरिफिकेशन की जरूरत होती है।
आइए विस्तार से समझते हैं आधार अपडेट के नियम—
जन्मतिथि अपडेट: सिर्फ एक बार पूरी तरह बदलाव की अनुमति
आधार में जन्मतिथि यानी डेट ऑफ बर्थ अपडेट करने का नियम सबसे सख्त है। UIDAI के अनुसार कोई भी व्यक्ति अपनी जन्मतिथि में सिर्फ एक बार पूरी तरह बदलाव करा सकता है। पहली बार बदलाव करते समय आधार केंद्र पर वैध दस्तावेज प्रस्तुत करना अनिवार्य होता है। इसमें जन्म प्रमाण पत्र, सरकारी स्कूल का प्रमाण पत्र, पासपोर्ट या अन्य मान्य कागजात शामिल हो सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि दूसरी बार जन्मतिथि बदलवाना सामान्य प्रक्रिया से संभव नहीं है। यदि किसी व्यक्ति को किसी बड़ी गलती या मजबूरी की वजह से दूसरी बार बदलाव कराना पड़ जाए, तो इसके लिए UIDAI की स्पेशल परमिशन लेनी पड़ती है। यह परमिशन तभी मिलती है जब वजह मजबूत हो और उसके समर्थन में दस्तावेज भी हों। इसलिए विशेषज्ञ भी सलाह देते हैं कि पहली बार में ही जन्मतिथि को ध्यान से और सही तरीके से अपडेट कराना बेहद जरूरी है, क्योंकि दोबारा इसका मौका मिलना आसान नहीं है।
नाम अपडेट: दो बार बदलाव की सुविधा
नाम अपडेट की जरूरत कई वजहों से पड़ सकती है,स्पेलिंग की गलती या विवाह के बाद सरनेम में बदलाव इसके साथ ही कानूनी रूप से नाम परिवर्तन या फिर परिवार/जातीय नाम जोड़ना या हटाना संभव है। ऐसे में UIDAI नाम बदलने की दो बार अनुमति देता है। हालांकि हर बार उचित दस्तावेज की जरूरत पड़ती है।
नाम अपडेट के लिए आवश्यक दस्तावेजों में शामिल हैं। जिसमें पैन कार्ड,पासपोर्ट, वोटर ID, राज्य सरकार/केंद्र सरकार द्वारा जारी ID, SSLC बुक/सर्टिफिकेट। नाम अपडेट के लिए आधार सेवा केंद्र पर जाना जरूरी है, क्योंकि यह पहचान से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण डेमोग्राफिक बदलाव है।
पता यानी एड्रेस अपडेट: कई बार बदलाव की सुविधा
पता बदलने की जरूरत नौकरी बदलने, किराए के घर में शिफ्ट होने या परिवार के साथ नई जगह जाने में पड़ती है। UIDAI एड्रेस अपडेट को लचीला रखता है और इसे कई बार बदलने की अनुमति देता है। लेकिन हर बार आपको वैध पता प्रमाण देना होगा। इनमें शामिल हैं बिजली बिल,पानी बिल,बैंक स्टेटमेंट गैस कनेक्शन बुक, राशन कार्ड, पासपोर्ट या मकान मालिक का NOC (कुछ मामलों में) शामिल है।
एड्रेस अपडेट दो तरीकों से किया जा सकता है—
ऑनलाइन (यदि आपके पास वैध एड्रेस प्रूफ है) यानि आधार सेवा केंद्र जाकर। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि यह भी डेमोग्राफिक बदलाव है, इसलिए हर बार 75 रुपये फीस चुकानी होती है। फोटो अपडेट: जरूरत पड़े तो अनलिमिटेड बार करवाएं फोटो अपडेट बायोमेट्रिक प्रक्रिया का हिस्सा है, इसलिए इसे सिर्फ आधार सेवा केंद्र पर ही किया जा सकता है। UIDAI ने फोटो अपडेट पर किसी तरह की लिमिट नहीं रखी है। यदि आपका चेहरा काफी बदल गया है, उम्र के कारण पहचान में फर्क आ गया है या किसी दस्तावेज़ से मिलान में दिक्कत आ रही है, तो आप अपनी फोटो कभी भी अपडेट करवा सकते हैं। यह प्रक्रिया बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के साथ होती है और इसके लिए भी सामान्य शुल्क 100 रुपये (या केंद्र के नियम अनुसार) देना पड़ता है।
क्यों जरूरी हैं आधार अपडेट के ये नियम?
UIDAI ने आधार को एक सुरक्षित, सटीक और भरोसेमंद पहचान के रूप में विकसित किया है। यदि कोई भी व्यक्ति बार-बार जन्मतिथि, नाम या अन्य जानकारी बदलने लगे, तो इससे पहचान प्रणाली कमजोर हो सकती है। इसी वजह से जन्मतिथि पर सख्त नियम है और नाम पर सीमित बदलाव है। जबकि एड्रेस पर लचीलापन है और फोटो पर स्वतंत्रताजैसी व्यवस्था बनाई गई है।
आधार कार्ड में सही जानकारी होना हर नागरिक के लिए अत्यंत जरूरी है। UIDAI के नियम अपडेट प्रक्रिया को पारदर्शी, सुरक्षित और सरल बनाते हैं। यदि आप भी आधार अपडेट कराना चाहते हैं, तो पहले यह समझ लें कि कौन सा बदलाव कितनी बार संभव है और किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है। सही दस्तावेज और सही जानकारी के साथ आधार अपडेट प्रक्रिया बेहद आसान और तेज हो जाती है।