Bihar Assembly : विधानसभा पहुंचे नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने किया स्वागत; आज से शीतकालीन सत्र, पहले दिन विधायकों का होगा शपथ ग्रहण

बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज शुरू हुआ। सीएम नीतीश कुमार के पहुंचते ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने उनका स्वागत किया। पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होना है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 01 Dec 2025 10:46:11 AM IST

Bihar Assembly : विधानसभा पहुंचे नीतीश कुमार, सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने किया स्वागत; आज से शीतकालीन सत्र, पहले दिन विधायकों का होगा शपथ ग्रहण

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Bihar Assembly : बिहार विधानसभा में आज से शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो गई है। सदन परिसर में सोमवार सुबह राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज रहीं। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब विधानसभा पहुंचे, तो प्रवेश द्वार पर ही उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान तीनों नेताओं के बीच हल्की मुस्कुराहट और अभिवादन के पल भी कैमरे में कैद हुए। सदन में आज का दिन बेहद अहम माना जा रहा है, क्योंकि नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होना है।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुबह निर्धारित समय पर विधानसभा पहुंचे। उनके आगमन के साथ ही माहौल में राजनीतिक सरगर्मी और बढ़ गई। सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही चाक-चौबंद की गई थी और मीडिया कर्मियों की नजरें सदन के हर कोने पर टिकी थीं। जैसे ही सीएम उतरे, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा आगे बढ़कर उनका स्वागत करते दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि इस दौरान तीनों नेताओं ने एक-दूसरे के साथ संक्षिप्त बातचीत की और आगामी सत्र को शांतिपूर्ण और रचनात्मक ढंग से चलाने की उम्मीद जताई।


सदन के भीतर भी आज विशेष तैयारियां की गई हैं। शीतकालीन सत्र कुल पांच दिनों का होगा, जिसमें कई महत्वपूर्ण विधेयक और नीतियों पर चर्चा की जाएगी। लेकिन आज का दिन मुख्य रूप से नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ ग्रहण के नाम है। प्रो-टेम स्पीकर की मौजूदगी में विधायकों को एक-एक कर शपथ दिलाई जाएगी। इसके बाद आने वाले दिनों में सदन का संचालन पूर्ण रूप से विधानसभा अध्यक्ष के हाथ में आ जाएगा।


इस बीच, एक दिलचस्प दृश्य भी सामने आया, जब विजय सिन्हा, नीतीश कुमार और सम्राट चौधरी एक साथ मीडिया के सामने आए और हाथ उठाकर जीत का साइन (Victory Sign) दिखाया। यह क्षण राजनीतिक संदेशों से भरा हुआ माना जा रहा है। आमतौर पर सत्ता पक्ष के शीर्ष नेताओं का इस तरह एक मंच पर हाथ मिलाना और विजयी संकेत दिखाना आने वाले दिनों के राजनीतिक माहौल की झलक समझा जा रहा है।