ब्रेकिंग न्यूज़

पप्पू यादव ने पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा..घुसपैठियों की लिस्ट जारी करें प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा Bihar Election 2025: बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में अरवल जिला प्रशासन, डीएम-एसपी ने लिया तैयारियों का जायजा Bihar Politics: ‘महागठबंधन में सबकुछ तय, जल्द होगी सीटों की घोषणा’ सीट शेयरिंग पर मुकेश सहनी का बड़ा दावा Bihar Politics: ‘महागठबंधन में सबकुछ तय, जल्द होगी सीटों की घोषणा’ सीट शेयरिंग पर मुकेश सहनी का बड़ा दावा BIHAR NEWS : बस की छत पर सवार दो यात्री करंट से झुलसे, हालत गंभीर कैमूर में भीषण जाम से लोग परेशान: मोहनिया से टोल प्लाजा तक NH-19 पर घंटों फंसे वाहन चालक Bihar Crime News: बिहार में नाबालिग लड़के ने चाकू मारकर की लड़की की हत्या, एकतरफा प्यार में वारदात को दिया अंजाम Bihar Crime News: बिहार में नाबालिग लड़के ने चाकू मारकर की लड़की की हत्या, एकतरफा प्यार में वारदात को दिया अंजाम

Bihar Education News: भ्रष्टाचार में डूबकी लगाते अफसर...शिक्षा मंत्री के पत्र से हड़कंप, DEO संजय कुमार के 'कारनामों' की जांच के लिए बनी 4 सदस्यीय कमेटी

Bihar Education News करप्शन के गंभीर आरोपों में घिरे मोतिहारी के पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी अब पटना DEO हैं. पूर्व के कार्यकाल में की गई गई गड़बड़ी की जांच को लेकर चार सदस्यीय टीम बनाई गई है.

1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Tue, 11 Mar 2025 05:54:43 PM IST

Bihar Education News, मोतिहारी समाचार, संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार, पटना जिला शिक्षा पदाधिकारी, शिक्षा मंत्री, सुनील कुमार, Bihar Education Department, bihar government school, bihar

- फ़ोटो Google

Bihar Education News: नीतीश राज में शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा पदाधिकारी(DEO) ठेकेदार बनकर भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गए हैं. अब सरकार का भी कोई डर नहीं रहा. जांच के आदेश तो होते हैं, पर फाइलें दबा दी जाती हैं. शिक्षा विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने जब मोतिहारी के जिलाधिकारी को पत्र लिखा, और जांच कर तीन हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा, इसके बाद हलचल तेज हो गई है. शिक्षा मंत्री की तरफ से भेजे गए पत्र के बाद उप विकास आयुक्त ने चार सदस्यीय जांच टीम बनाई है. बता दें, सरकारी योजनाओँ में भ्रष्टाचार करने के मामले में पूर्वी चंपारण के वर्तमान डीईओ के खिलाफ विभागीय कार्यवाही चलाने का आदेश दिया गया है, पर पूर्व डीईओ संजय कुमार साफ बच गए थे. जबकि पूर्व जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यकाल में ही बड़ा खेल हुआ था. पूर्व डीईओ संजय कुमार के कार्यकाल के दौरान हुए खेल की जांच नहीं होने पर भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर वस्तु स्थिति से अवगत कराया था. इसके बाद शिक्षा मंत्री ने पूर्व डीईओ संजय कुमार के खिलाफ लगे आरोपों की पूरी जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है. 

भ्रष्टाचार करने के आरोप लगने के बाद से पटना डीईओ के पद पर पदस्थापित हैं संजय कुमार 

17 फरवरी 2025 को मोतिहारी के उप विकास आयुक्त ने वरीय उप समाहर्ता यशवंत कुमार, वरीय कोषागार पदाधिकारी विजय कुमार सिंह, सहायक आयुक्त राज्य कर रविशंकर प्रसाद और कार्यपालक अभियंता मनरेगा को जांच टीम में रखा है. जांच वाले आदेश में मंत्री कोषांग के पत्र का हवाला दिया गया है. जांच टीम को एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट देने को कहा गया था. पत्र में कहा गया था कि जिला शिक्षा पदाधिकारी मोतिहारी से अभिलेख प्राप्त कर जांच करें और रिपोर्ट दें. बता दें, पूर्वी चंपारण के तत्कालीन डीईओ संजय कुमार, जिनके खिलाफ गंभीर आरोप है, ये वर्तमान में पटना जिले के डीईओ के पद पर पदस्थापित हैं.  

डीईओ संजय कुमार ठेकेदार बन गए हैं- शिक्षा मंत्री का पत्र

शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के सरकारी आप्त सचिव इश्तेयाक अजमल ने पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को पत्र लिखा है. 4 फरवरी 2025 को लिखे पत्र में शिक्षा मंत्री सह प्रभारी मंत्री के 21 जुलाई 2024 के पत्र का उल्लेख किया गया है. शिक्षा मंत्री के सरकारी आप्त सचिव ने मंत्री के निर्देश पर यह पत्र लिखा है. जिसमें कहा गया है कि 7 जुलाई 2024 को पूर्वी चंपारण में समीक्षा बैठक जो शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई थी. उक्त समीक्षा बैठक में कई विधायकों ने शिक्षा से संबंधित समस्याओं उठाया था. जिसमें कंडिका 22 में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्वी चंपारण संजय कुमार पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं. शिक्षा मंत्री की तरफ से कहा गया है कि, ‘’ढाका विधानसभा सहित सभी प्रखंडों में प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में बेंच-डेस्क सप्लाई, विद्यालय मरम्मत, मतदान केंद्रों के रखरखाव, समरसेबल लगाने, खेलकूद, किचन सेट, चाहरदीवारी एवं भवन निर्माण के कार्य में बिना टेंडर किए ही तकनीकी कर्मियों एवं पदाधिकारी की मिलीभगत से राशि की निकासी कर ली गई है.’’ सैकड़ो विद्यालयों के लिए वेंडर को राशि का भुगतान कर दिया गया है. लेकिन बेंच डेस्क विद्यालय में नहीं दिया. साथ ही तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ठेकेदार बन गए हैं. प्रत्येक विद्यालय में ₹2400 की कुर्सी बेंच आपूर्ति कर ₹5000 का भुगतान किया गया है.

संजय कुमार के खिलाफ जांच कर तीन हफ्ते में दें रिपोर्ट

शिक्षा मंत्री की तरफ से पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि इन आरोपों की जांच के लिए पूर्वी चंपारण के उप विकास आयुक्त को निर्देशित किया गया था. जो जांच प्रतिवेदन भेजा गया है, उसके अनुसार वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार के खिलाफ विभाग द्वारा आरोप गठित की गई है. तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार,जिनके सेवा काल में विधायकों ने गंभीर आरोप लगाए थे, जांच रिपोर्ट में उसका उल्लेख नहीं किया गया है. ऐसे में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच 3 सप्ताह के अंदर उप विकास आयुक्त से कराते हुए आवश्यक कार्रवाई करें.

वर्तमान में पटना डीईओ हैं संजय कुमार

बता दें, पूर्वी चंपारण के पूर्व डीईओ संजय कुमार जिनके खिलाफ सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे, शिक्षा विभाग ने उपकृत करते हुए राजधानी पटना का जिला शिक्षा पदाधिकारी बना दिया. वर्तमान में संजय कुमार पटना जिले के डीईओ के पद पर पदस्थापित हैं.