Bihar School Holidays 2025 : बिहार के सरकारी स्कूलों में 2026 की छुट्टियों का नया कैलेंडर जारी, टीचरों को इस बार 75 दिन मिलेगा अवकाश

बिहार सरकार ने 2026 के लिए सरकारी स्कूलों का छुट्टियों का नया कैलेंडर जारी किया है। इस साल कुल 75 दिन की छुट्टियां होंगी, जिसमें गर्मी, दीपावली-छठ, शीतकालीन, दुर्गा पूजा और होली शामिल हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 03 Dec 2025 12:13:43 PM IST

Bihar School Holidays 2025 : बिहार के सरकारी स्कूलों में 2026 की छुट्टियों का नया कैलेंडर जारी, टीचरों को इस बार 75 दिन मिलेगा अवकाश

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Bihar School Holidays 2025 : बिहार के सरकारी स्कूलों में नए वर्ष की छुट्टियों को लेकर शिक्षा विभाग ने नया कैलेंडर जारी कर दिया है। इस कैलेंडर के अनुसार, स्कूलों में कुल 75 दिनों की छुट्टियां होंगी। इसमें अगर सप्ताह के सभी रविवारों की संख्या को घटा दिया जाए तो शेष छुट्टियां 65 दिन होंगी। इस बार छुट्टियों का बंटवारा इस तरह किया गया है कि छात्रों और शिक्षकों दोनों को पर्याप्त अवकाश मिल सके और पढ़ाई पर भी प्रभाव न पड़े।


शिक्षा विभाग की तरफ से जारी कैलेंडर के अनुसार, इस वर्ष गर्मियों की छुट्टियां 20 दिनों की निर्धारित की गई हैं। गर्मियों की छुट्टियों का उद्देश्य छात्रों को गर्मियों की तेज गर्मी से राहत देना और परिवार के साथ समय बिताने का अवसर प्रदान करना है। बिहार में गर्मियों की छुट्टियों का यह समय आमतौर पर मई और जून के महीनों में आता है। इस दौरान छात्र छुट्टियों का आनंद लेने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई के लिए भी समय निकाल सकते हैं।


इसके बाद सबसे लंबी छुट्टी दीपावली से लेकर छठ पूजा तक की दी गई है। इस बार यह छुट्टी 10 दिनों तक रहेगी। दीपावली और छठ पूजा बिहार के छात्रों और उनके परिवारों के लिए बेहद महत्वपूर्ण त्यौहार हैं। यह समय बच्चों के लिए पारिवारिक और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने का अवसर प्रदान करता है। इस लंबी छुट्टी के दौरान स्कूलों की गतिविधियां ठहर जाती हैं और छात्र त्यौहारों का आनंद पूरी तरह से ले सकते हैं।


वहीं, शीतकालीन अवकाश भी इस वर्ष सात दिनों का रखा गया है। शीतकालीन छुट्टियों का उद्देश्य छात्रों को सर्दियों के मौसम में आराम देने के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाए रखना है। इन छुट्टियों के दौरान स्कूलों में कोई नियमित कक्षाएं नहीं होती, जिससे छात्रों को अपनी रुचियों और हॉबीज को विकसित करने का अवसर मिलता है।


दुर्गा पूजा की छुट्टियां इस बार पांच दिनों की निर्धारित की गई हैं। दुर्गा पूजा बिहार के अलावा पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है और यह छात्र जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस अवधि में छात्र अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं और धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।


इसके अतिरिक्त, होली पर इस बार दो दिनों की छुट्टी दी गई है। होली का त्यौहार बच्चों में बहुत उत्साह और खुशी लाता है। इन दो दिनों की छुट्टी में छात्र रंगों और परंपराओं के साथ होली का आनंद उठाते हैं।


छुट्टियों के इस नए कैलेंडर के तहत, शिक्षा विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को पर्याप्त अवकाश मिले, लेकिन उनकी पढ़ाई और शैक्षणिक गतिविधियों पर भी असर न पड़े। छुट्टियों का यह वितरण इस तरह किया गया है कि बच्चों को त्यौहार और पारिवारिक समय के साथ-साथ खेलकूद और अन्य विकासात्मक गतिविधियों का भी समय मिले।


बिहार के स्कूलों के लिए यह नया छुट्टियों का कैलेंडर काफी संतुलित माना जा रहा है। इसमें सभी प्रमुख त्यौहार और मौसम के अनुसार छुट्टियों का ध्यान रखा गया है। शिक्षा विभाग का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास के साथ-साथ उनकी सांस्कृतिक और पारिवारिक जीवन में संतुलन बनाए रखना है।


इस वर्ष की छुट्टियों के बारे में शिक्षकों और अभिभावकों ने भी संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि छुट्टियों का यह पैटर्न बच्चों के लिए बहुत उपयोगी रहेगा, क्योंकि इसके माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई और अन्य गतिविधियों में संतुलन बना पाएंगे।


संक्षेप में, बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए जारी किया गया यह नया कैलेंडर 75 दिनों की छुट्टियों का प्रावधान करता है, जिसमें रविवारों को घटाने के बाद 65 दिन शेष रहते हैं। गर्मियों की छुट्टियां 20 दिन, दीपावली से छठ पूजा तक 10 दिन, शीतकालीन अवकाश सात दिन, दुर्गा पूजा पांच दिन और होली दो दिन की छुट्टी दी गई है। यह कैलेंडर छात्रों के शैक्षणिक और सामाजिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में सहायक साबित होगा।


इस प्रकार, बिहार सरकार और शिक्षा विभाग ने इस वर्ष के लिए छात्रों और शिक्षकों के हित में एक संतुलित और व्यवस्थित छुट्टियों का कार्यक्रम तैयार किया है, जो न केवल पढ़ाई में योगदान देगा बल्कि बच्चों के सांस्कृतिक और पारिवारिक जीवन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।