1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 02 Dec 2025 12:50:12 PM IST
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Bihar Police : बिहार में नयी सरकार गठन के बाद से पुलिस फुल एक्शन मोड में आ गई है। सरकार के निर्देश और पुलिस मुख्यालय की सख्ती के बाद पुराने और लंबित मामलों की फाइलों को खोला जा रहा है, और सालों से फरार चल रहे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा रहा है। खासकर ऐसे लोग, जिनके खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी है, उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित की जा रही है। पुलिस के अनुसार, पिछले सप्ताह में 114 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें अधिकांश पुराने मारपीट के मामले के आरोपी हैं।
कई जिलों में पुलिस ने 24 साल से फरार घोषित व्यक्ति के घर पर इश्तेहार चिपका रहे हैं। इतने सालों तक पुलिस को ऐसे लोगों की गिरफ्तारी की जरूरत महसूस नहीं हुई, लेकिन नई सरकार के आने के बाद पुलिस को पुराने मामलों की फाइलों में दफन ऐसे मामलों को निकालने के लिए विवश होना पड़ा।
पुलिस अभियान के तहत सिर्फ गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि नशा और अवैध गतिविधियों पर भी सख्ती की जा रही है। पिछले सप्ताह पुलिस ने 45 लीटर देसी शराब, 43.2 लीटर विदेशी शराब, एक पिस्टल और छह कारतूस जब्त किए। इसके अलावा 116.64 किलो गांजा और कोडीन युक्त कफ सिरप के साथ व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया। वरीय अधिकारी लगातार थानों में वाहन चेकिंग अभियान का निरीक्षण कर रहे हैं और अपराध नियंत्रण को लेकर निगरानी कड़ी की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विभाग ने अपराध रोकथाम, घटनाओं के अनावरण, मादक पदार्थों की तस्करी और लंबित मामलों के निष्पादन के लिए एक माह का विशेष एक्शन प्लान तैयार किया है। इस योजना के तहत वांछित और इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी, घटनाओं पर रोकथाम, मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल कसना, भूमि संबंधी मुकदमों व शिकायतों का एक माह के अंदर निस्तारण तथा थानों में लंबित मामलों का निष्पादन किया जाएगा।
जिला स्तर पर एसएसपी प्रतिदिन और परिक्षेत्र स्तर पर डीआईजी साप्ताहिक समीक्षा करेंगे। पुलिस मुख्यालय योजना की 15 दिन में समीक्षा करेगा। इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ पुराने मामलों की गिरफ्तारी ही नहीं, बल्कि पूरे जिले में कानून व्यवस्था को सुधारना और अपराधियों को सख्त संदेश देना है।
विशेष रूप से पुलिस का कहना है कि पुराने वारंटों की गिरफ्तारी अब फाइलों तक सीमित नहीं रहेगी। पुराने मामलों में लापरवाही से दबे पड़े वारंटों को लागू किया जा रहा है। बाजितपुर थाना की पुलिस ने सहरसा जिले के बलवाघाट से दो लोगों को गिरफ्तार किया, जो मारपीट के आरोपी थे। इस तरह के अभियान से यह संदेश जाता है कि कोई भी अपराधी समय के साथ सुरक्षित नहीं है।
मुख्यालय स्तर पर अभियान की समीक्षा के बाद इसके नतीजों के आधार पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। जिला पुलिस की इस सख्ती ने अपराधियों में खौफ पैदा कर दिया है और आम जनता में सुरक्षा की भावना बढ़ी है। यह अभियान न केवल पुराने मामलों की गिरफ्तारी, बल्कि मादक पदार्थों की तस्करी और अन्य अपराधों पर रोकथाम के लिए भी अहम साबित हो रहा है।
इस प्रकार, बिहार पुलिस नई सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत पुराने और नए मामलों में फुल एक्शन मोड में है। अभियान के परिणामों से जिले में कानून व्यवस्था बेहतर होगी और अपराधियों को उनके अतीत की कीमत चुकानी पड़ेगी।