1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 24 Jul 2025 10:57:53 AM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Ration Card: बिहार की जनता इन दिनों दोहरी उलझन में फंसी हुई है। एक ओर लोग वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने या उसमें सुधार करवाने के लिए भागदौड़ कर रहे हैं, तो दूसरी ओर अब राशन कार्ड को लेकर नई चिंता सामने आ गई है।
सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि किसी व्यक्ति ने पिछले 6 महीनों से राशन नहीं उठाया है, तो उसका राशन कार्ड डीएक्टिवेट किया जा सकता है। इसका मतलब यह होगा कि न तो उस व्यक्ति को मुफ्त अनाज मिलेगा और न ही सरकार की दूसरी योजनाओं का लाभ।
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को निर्देश जारी किए हैं कि जिन लोगों ने लंबे समय से राशन नहीं लिया है या जिनके कार्ड फर्जी या डुप्लिकेट हो सकते हैं, उनकी जांच की जाए। इसके तहत अब हर राशन कार्डधारी को ई- केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। इसमें कार्ड को आधार से लिंक किया जाएगा और बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन भी होगा।
देशभर में करीब 23 करोड़ राशन कार्ड हैं, जिनमें से बिहार में 8.71 करोड़ कार्ड एक्टिव हैं। सरकारी अनुमान के मुताबिक, इनमें से 7% से 18% तक कार्ड फर्जी या डुप्लिकेट हो सकते हैं। यानी केवल बिहार में ही 25 लाख से अधिक राशन कार्ड रद्द किए जा सकते हैं। सरकार ने e-KYC के लिए अंतिम तारीख निर्धारित कर दी है।
समय रहते यह प्रक्रिया पूरी नहीं की गई, तो राशन कार्ड निलंबित कर दिए जाएंगे। इससे न केवल मुफ्त राशन बंद हो सकता है, बल्कि सरकारी योजनाओं का लाभ भी रुक सकता है। अब जब चुनाव नजदीक हैं और सरकारी स्कीमों का लाभ मिलना महत्वपूर्ण हो गया है, तो यह छोटी-सी प्रक्रिया न टालें। अपने राशन कार्ड को एक्टिव बनाए रखने के लिए आज ही ई- केवाईसी करवाएं।