Vijay Chaudhary Statement : संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी का बड़ा बयान, कहा– “गृह विभाग की सुर्खियां छोड़िए, वित्त और वाणिज्य भी हमारे पास है”

18वीं बिहार विधानसभा सत्र के दूसरे दिन संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने विपक्ष के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि जदयू के पास वित्त और वाणिज्य जैसे अहम विभाग हैं, गृह विभाग वाली सुर्खियां भ्रामक हैं।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 02 Dec 2025 10:35:15 AM IST

Vijay Chaudhary Statement : संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी का बड़ा बयान, कहा– “गृह विभाग की सुर्खियां छोड़िए, वित्त और वाणिज्य भी हमारे पास है”

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18वीं बिहार विधानसभा के पहले सत्र का आज दूसरा दिन है। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे से शुरू होनी है, लेकिन नेताओं का विधानसभा पहुंचने का सिलसिला सुबह से ही जारी है। इसी दौरान बिहार सरकार के संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी भी विधानसभा पहुंचे और मीडिया से बातचीत की। जहां उन्होंने न केवल विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया, बल्कि यह भी साफ किया कि जदयू के पास मजबूत विभाग हैं और पार्टी सरकार में कमजोर नहीं है।


विपक्ष की ओर से पिछले कुछ दिनों से यह लगातार कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गृह विभाग छीन लिया गया है और यह ‘जदयू को कमजोर करने’ की रणनीति है। मीडिया ने जब इस मुद्दे पर विजय चौधरी से सवाल पूछा तो उन्होंने मुस्कुराते हुए बड़ा बयान दिया। मंत्री ने कहा, “गृह विभाग तो छीन गया ये तो सुर्खियों में है, लेकिन उससे भी बड़ा विभाग—वित्त और वाणिज्य—हमारे पास है, इस पर कोई चर्चा नहीं करता। इन बातों में मत पड़िए। हमें वाणिज्य कर और वित्त विभाग मिला है, आप लोग इसकी चर्चा क्यों नहीं करते?”


विजय चौधरी ने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए मीडिया को भी नसीहत दी। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने के बजाय पत्रकारों को यह भी बताना चाहिए कि जदयू को सरकार में कितने महत्वपूर्ण विभाग मिले हैं, जो आर्थिक और प्रशासनिक रूप से बेहद प्रभावशाली माने जाते हैं। मंत्री ने स्पष्ट किया कि जदयू गठबंधन सरकार में मजबूत भूमिका निभा रही है और विभागों का बंटवारा संतुलित है।


इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की। संसदीय कार्य मंत्री ने बताया कि भाजपा विधायक प्रेम कुमार निर्विरोध विधानसभा अध्यक्ष चुने जाएंगे, क्योंकि नामांकन की अंतिम तिथि तक किसी भी अन्य उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए, क्योंकि पिछले कई वर्षों से विधानसभा अध्यक्ष का पद भाजपा के पास ही रहा है। यह परंपरा और गठबंधन की समझदारी का हिस्सा है।


प्रेम कुमार की योग्यता का जिक्र करते हुए विजय चौधरी ने कहा कि वे बेहद अनुभवी विधायक हैं। मंत्री ने बताया कि प्रेम कुमार को सरकार और विपक्ष—दोनों की कार्यप्रणाली का व्यापक अनुभव है। वे कई बार मंत्री रह चुके हैं, विधानसभा की प्रक्रिया को अच्छी तरह समझते हैं और इस कारण उम्मीद है कि उनकी अध्यक्षता में सदन सुचारू रूप से चलेगा। उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार अध्यक्ष से सदन की मर्यादा और कार्यक्षमता बेहतर होने की उम्मीद सभी को है।


बयानबाज़ी के बीच सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करने वाली बात यह रही कि विजय चौधरी ने एक बार फिर जाहिर किया कि जदयू अपने राजनीतिक प्रभाव को लेकर आत्मविश्वास से भरी हुई है। उन्होंने कहा कि वित्त और वाणिज्य कर विभाग राज्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और इन विभागों की जिम्मेदारी जदयू को मिली है, जो गठबंधन सरकार में पार्टी की मजबूत स्थिति को दर्शाता है।


मंत्री के बयान से यह भी स्पष्ट हो गया कि जदयू विपक्ष की बयानबाज़ी को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रही। पार्टी की कोशिश है कि सरकारी कार्य सुचारू रूप से चले और जनता के मुद्दों पर पूरी गंभीरता के साथ काम किया जाए। वहीं, मीडिया से उन्होंने यह आग्रह भी किया कि खबरों में संतुलन रखा जाए और केवल सुर्खियां बनाने के बजाय तथ्य भी सामने रखे जाएं।


कुल मिलाकर, विधानसभा के दूसरे दिन से पहले ही राजनीति गर्म हो गई है। विपक्ष जहां विभागों के वितरण पर सवाल उठा रहा है, वहीं सत्तापक्ष यह स्पष्ट कर रहा है कि गठबंधन में कोई असंतुलन नहीं है। प्रेम कुमार का निर्विरोध अध्यक्ष चुना जाना भी आज के सत्र का महत्वपूर्ण बिंदु होगा। अब सभी की निगाहें कार्यवाही पर हैं, जहां नए अध्यक्ष औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करेंगे और सत्र की दिशा तय होगी।

प्रेम राज की रिपोर्ट