1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 05 Dec 2025 08:27:49 AM IST
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Bihar Assembly : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज पांचवां और अंतिम दिन है। इस दिन राज्य सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार सदन में ग्रामीण विकास विभाग का मूल बजट 2025-26 पेश करेंगे। मंत्रियों के अनुसार, लंच के बाद मंत्री अपने भाषण के माध्यम से विभाग के बजट और योजनाओं का विस्तार से विवरण देंगे। इससे पहले सत्र के चौथे दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नमन किया और सदन में मौजूद सभी सांसदों को भी सम्मान देने का निर्देश दिया था।
इस बार ग्रामीण विकास मंत्री का भाषण खास तौर पर जीविका समूहों पर केंद्रित रहेगा। मंत्री जीविका दीदी की भूमिका और उनके योगदान के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। उनका भाषण इस बात पर केंद्रित रहेगा कि किस तरह जीविका समूह ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, परिवारों के जीवन स्तर को सुधारने और सामाजिक आर्थिक विकास में सहायक बन रहे हैं।
मंत्री अपने भाषण में जीविका समूह की शुरुआत, उनके कार्यक्षेत्र, बैंक लोन की वापसी की स्थिति, और बिहार के विकास में जीविका दीदी की भूमिका पर प्रकाश डालेंगे। इसके साथ ही यह भी बताया जाएगा कि राज्य सरकार की योजनाओं और जीविका समूहों के सहयोग से कितने परिवारों के भरण-पोषण और जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
सत्र के दौरान सदन में बिहार सरकार का सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट 2025-26 पेश किया जाएगा। इस बजट की कुल राशि लगभग 91 हजार करोड़ रुपए है। यह बजट राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं और विकास कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। सदन में इस बजट पर चर्चा और वाद-विवाद की प्रक्रिया भी होगी। इसके तहत मंत्री अपनी ओर से विभिन्न विभागों के खर्च, नए विकास कार्य, और प्राथमिकताओं के बारे में सदन को जानकारी देंगे।
वित्तीय कार्य के दौरान सरकार का जवाब पेश किया जाएगा और उसके बाद बजट पारित कराने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सूत्रों के अनुसार, इस बार का सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट विशेष तौर पर ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी संरचना के क्षेत्र में निवेश बढ़ाने पर केंद्रित रहेगा।
वहीं, बिहार विधान परिषद में भी महत्वपूर्ण कार्यवाही जारी रहेगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार पटना विश्वविद्यालय की वित्तीय वर्ष 2023-24 की वार्षिक रिपोर्ट सदन में पेश करेंगे। रिपोर्ट में विश्वविद्यालय की वित्तीय स्थिति, व्यय और आगामी योजनाओं की जानकारी शामिल होगी।
साथ ही, जल संसाधन मंत्री बिहार में बांधों की सुरक्षा की जानकारी सदन में देंगे। वे बांध सुरक्षा संगठन की वित्तीय वर्ष 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट सदन में रखेंगे। इससे सदन में यह स्पष्ट होगा कि राज्य के जल संसाधन विभाग ने किस प्रकार बांधों और जल संरचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की है और आने वाले वर्षों के लिए क्या योजनाएं बनाई गई हैं।
सदन में शिक्षा मंत्री बीपीएससी के वित्तीय वर्ष 2023-24 और 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट भी पेश करेंगे। इससे सदन को आयोग के वित्तीय प्रबंधन और आगामी कार्यों की जानकारी प्राप्त होगी।
बिहार विधानसभा का यह शीतकालीन सत्र राज्य के विकास कार्यों, बजट अनुमोदन और वित्तीय निर्णयों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस सत्र में जीविका समूहों और ग्रामीण विकास योजनाओं पर विशेष जोर देने के साथ ही सरकार की वित्तीय पारदर्शिता और योजनाओं की प्रभावशीलता पर भी प्रकाश डाला जाएगा।
विशेष रूप से ग्रामीण विकास मंत्री का भाषण, जो जीविका दीदी और उनके योगदान पर केंद्रित होगा, इससे यह स्पष्ट होगा कि राज्य सरकार महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और ग्रामीण जीवन स्तर सुधारने में कितनी गंभीर है। वहीं सेकेंड सप्लीमेंट्री बजट का पारित होना राज्य के वित्तीय ढांचे और विकास योजनाओं को गति देने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
सत्र के अंत में उम्मीद की जा रही है कि सभी महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हो जाएंगे और आगामी वर्ष के लिए राज्य सरकार की विकास योजनाओं को मंजूरी मिल जाएगी। बिहार सरकार की यह पहल राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य, जल संसाधन और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में तेजी लाने के साथ ही महिलाओं और ग्रामीण परिवारों को लाभ पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगी।