BIHAR NEWS : कैफे संचालक की गोली मारकर हत्या, लूट और रंजिश की आशंका, जांच के लिए एसआईटी गठित IPL 2026 Auction: इस दिन होगी IPL ऑक्शन, टीमों में बड़े फेरबदल की तैयारी शुरू; BCCI ने तय की रिटेंशन की तारीख Memory tricks: खेल-खेल में बढ़ाएं मेमोरी – बच्चों और बड़ों दोनों के लिए कुछ आसान उपाय एनडीए से बड़ी खबर,अगले कुछ घंटों में कैंडिडेट के नाम के साथ आने वाला है फाइनल लिस्ट;शुरू हुई अंतिम दौर की मंथन Aurangabad boat accident : औरंगाबाद में पलटी नाव, 7 लापता; एक युवती की लाश मिली, अन्य की तलाश जारी Flight Fare: त्योहारी सीजन में बिहार आने वालों के लिए बढ़ गया फ्लाइट का किराया, जानिए दिल्ली से पटना कितना है रेट SBI Bank: आपको भी इस बैंक में है जरुरी काम, तो जरूर पढ़े यह खबर, इस समय बंद रहेंगे बैंक Bihar Assembly Election 2025 : 'जहां PM मोदी हो वहां मुझे सम्मान के बारे में सोचने की जरूरत नहीं है....', बोले चिराग पासवान .... सबकुछ पहले से क्लियर Bihar News: ‘लेडी डॉन’ और एक्साइज इंस्पेक्टर का काला खेल ! सिर पर उत्पाद विभाग के पूर्व व वर्तमान अफसर का हाथ, 'निरीक्षक' को बार-बार चेकपोस्ट पर मिलती रही पोस्टिंग BIHAR NEWS : रोहतास में मामूली विवाद से फायरिंग, 17 वर्षीय छात्रा की मौत; मचा हडकंप
1st Bihar Published by: GANESH SHAMRAT Updated Wed, 15 Jan 2025 09:03:14 PM IST
कलम बंद हड़ताल - फ़ोटो GOOGLE
patna news: वेतन विसंगतियों को दूर करने, विशेष न्यायिक कैडर लागू करने व कर्मचारियों को शीघ्र पदोन्नति देने समेत चार सूत्री मांगों को लेकर कल 16 जनवरी से सिविल कोर्ट के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल में तृतीय व चतुर्थवर्गीय श्रेणी के सभी कर्मचारी शामिल होंगे। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ ने व्यापक रणनीति तैयार की है।
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर न्यायालय कर्मियों ने कल गुरुवार 16 जनवरी को स्ट्राइक का आह्वान किया है। बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर बुलाए गए 16 जनवरी 2025 से कलम बंद हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सिविल कोर्ट में काम कराने के लिए आने वाले लोगों को भारी परेशानी होगी।
केस और आवेदन फाइल करने के लिए जो काउंटर बनाये गये हैं वो कल बंद रहेगा। ऐसे में वो अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पाएंगे। इस स्ट्राइक में तृतीय और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी भी शामिल होंगे। कोर्ट और कार्यालयों का दरवाजा खोलने और बंद करने की जिम्मेदारी तृतीय और चतुर्थवर्गीय श्रेणी के कर्मचारियों की ही होती है यहां तक की ये फाइलों को अदालत तक पहुंचाते हैं लेकिन जब ये ही हड़ताल पर रहेंगे तब यह काम ठप हो जाएगा।