ब्रेकिंग न्यूज़

SAHARSA: 50 हजार का इनामी कुख्यात अपराधी प्रिंस गिरफ्तार, STF और जिला पुलिस की बड़ी कार्रवाई बेगूसराय में अपराधी बेलगाम: घर में घुसकर 2 साल की बच्ची की गोली मारकर हत्या ऑपरेशन सिंदूर पर बोले प्रशांत किशोर, कहा..भारतीय सेना को मेरा सलाम..विशेषज्ञों को अपना काम करने दीजिए ARRAH: जिले के प्रभारी मंत्री केदार प्रसाद से मिले अजय सिंह, भोजपुर के विकास को लेकर हुई चर्चा BIHAR: ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर जमुई में भव्य कार्यक्रम, विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा..पीएम मोदी के वादे को सेना ने किया पूरा पटना में बिना नंबर की थार से विदेशी हथियार बरामद, अपराधियों की साजिश नाकाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम Bihar News: बिहार के सरकारी तालाबों को मिलेगी विशिष्ट पहचान, जलनिकायों को मिलेगा नया आयाम New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक! New Bypass in Bihar: बिहार में यहां बनने जा रहा है नया बाइपास, मालामाल होंगे इन जिलों के जमीन मालिक!

कल से बिहार की अदालतों में कलम बंद हड़ताल, वेतनमान और पदोन्नति की मांग

1st Bihar Published by: GANESH SHAMRAT Updated Wed, 15 Jan 2025 09:03:14 PM IST

BIHAR POLICE

कलम बंद हड़ताल - फ़ोटो GOOGLE

patna news: वेतन विसंगतियों को दूर करने, विशेष न्यायिक कैडर लागू करने व कर्मचारियों को शीघ्र पदोन्नति देने समेत चार सूत्री मांगों को लेकर कल 16 जनवरी से सिविल कोर्ट के कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल में तृतीय व चतुर्थवर्गीय श्रेणी के सभी कर्मचारी शामिल होंगे। इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ ने व्यापक रणनीति तैयार की है। 


अपनी विभिन्न मांगों को लेकर न्यायालय कर्मियों ने कल गुरुवार 16 जनवरी को स्ट्राइक का आह्वान किया है। बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के आह्वान पर बुलाए गए 16 जनवरी 2025 से कलम बंद हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सिविल कोर्ट में काम कराने के लिए आने वाले लोगों को भारी परेशानी होगी। 


केस और आवेदन फाइल करने के लिए जो काउंटर बनाये गये हैं वो कल बंद रहेगा। ऐसे में वो अपनी शिकायत दर्ज नहीं करा पाएंगे। इस स्ट्राइक में तृतीय और चतुर्थवर्गीय कर्मचारी भी शामिल होंगे। कोर्ट और कार्यालयों का दरवाजा खोलने और बंद करने की जिम्मेदारी तृतीय और चतुर्थवर्गीय श्रेणी के कर्मचारियों की ही होती है यहां तक की ये फाइलों को अदालत तक पहुंचाते हैं लेकिन जब ये ही हड़ताल पर रहेंगे तब यह काम ठप हो जाएगा।