1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 05 Dec 2025 02:55:53 PM IST
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gen z post office : भारतीय डाक विभाग ने युवाओं की जरूरतों और उनकी डिजिटल जीवनशैली के अनुरूप डाक सेवाओं को आधुनिक रूप देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। इसी कड़ी में गुरुवार को आइआइटी बिहटा में बिहार का पहला “जेन-जी पोस्ट ऑफिस” शुरू किया गया। यह सिर्फ एक नया पोस्ट ऑफिस नहीं, बल्कि डाक सेवाओं के भविष्य का वह मॉडल है, जिसकी कल्पना युवा पीढ़ी की तकनीकी आदतों, तेज सेवा की अपेक्षाओं और आधुनिक डिजाइनिंग के अनुरूप की गई है।
यह जेन-जी पोस्ट ऑफिस आइआइटी परिसर के करीब 2400 छात्रों और स्टाफ के लिए तैयार किया गया है। परिसर में बने इस आधुनिक डाकघर में रंगों की चमक, आकर्षक डिजाइन, डिजिटल स्क्रीन, स्मार्ट काउंटर, तेज सेवा व्यवस्था और आरामदायक माहौल इसे पारंपरिक डाकघरों से बिल्कुल अलग बनाते हैं। यहां आने वाला कोई भी छात्र या आगंतुक पहली ही नजर में समझ सकता है कि यह पोस्ट ऑफिस नई पीढ़ी के हिसाब से तैयार किया गया है, जहां तकनीक और सुविधा को प्राथमिकता दी गई है।
इस पूरे प्रोजेक्ट की सबसे अनोखी और महत्वपूर्ण बात है—छात्रों की सीधी भागीदारी। आइआइटी बिहटा के छात्रों को इस जेन-जी पोस्ट ऑफिस के लिए ब्रांड एंबेसडर, डिजाइन को-प्रोड्यूसर और सोशल मीडिया पार्टनर बनाया गया है। यानी यह पोस्ट ऑफिस सिर्फ छात्रों के लिए नहीं, छात्रों के साथ मिलकर डिजाइन किया गया है। उनकी कल्पनाओं, सुझावों और तकनीकी ज्ञान ने इस पूरे मॉडल को एक नए आयाम तक पहुंचाया है।
अधिकारियों का मानना है कि सरकारी तंत्र और युवा दिमागों की यह साझेदारी एक ऐसा मॉडल तैयार कर रही है, जो देश में पोस्टल सेवाओं का चेहरा बदल सकता है। यह पहल न सिर्फ आधुनिक सोच को बढ़ावा देती है, बल्कि छात्रों को राष्ट्रीय सेवा संरचना से भी जोड़ती है।
डाक विभाग ने घोषणा की है कि 15 दिसंबर तक देशभर के कुल 46 शैक्षणिक परिसरों में मौजूद पोस्ट ऑफिसों को जेन-जी मॉडल में बदला जाएगा। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाली नई पीढ़ी, जो हर काम स्मार्टफोन और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर करती है, उसे पोस्टल सेवाएं भी उसी गति, सुविधा और डिजाइन के साथ मिलें। इससे न केवल छात्रों में पोस्ट ऑफिस के प्रति रुचि बढ़ेगी, बल्कि वे आधुनिक सुविधाओं के साथ डाक सेवाओं के महत्व को भी समझ सकेंगे।
बिहार में पहले जेन-जी पोस्ट ऑफिस के उद्घाटन के बाद अब दूसरा जेन-जी डाकघर 15 दिसंबर को भागलपुर स्थित तिलका मांझी विश्वविद्यालय परिसर में खुलने जा रहा है। बिहार पोस्टल सर्कल को उम्मीद है कि ये दोनों मॉडल विश्वविद्यालयों के छात्रों को पोस्टल सेवाओं के प्रति आकर्षित करेंगे और युवाओं की ऊर्जा से डाक तंत्र को नई दिशा मिलेगी।
जेन-जी पोस्ट ऑफिस को युवाओं की पसंद और जरूरतों के हिसाब से पूरी तरह अपग्रेड किया गया है। यहां वाई-फाई सुविधा, कॉफी शॉप जैसा माहौल, आधुनिक इंटीरियर, आरामदायक बैठने की जगह और डिजिटल विजुअल सिस्टम शामिल किए गए हैं। यह पोस्ट ऑफिस सिर्फ एक सर्विस सेंटर नहीं, बल्कि एक क्रिएटिव सोशल स्पेस बन गया है, जहां छात्र आराम से बैठकर पढ़ सकते हैं, चर्चा कर सकते हैं और साथ ही डाक संबंधी काम भी आराम से कर सकते हैं।
इंटर्नशिप और स्किल डेवलपमेंट का मौका भी
डाक विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जेन-जी डाकघरों के जरिए छात्रों को पोस्टल विभाग की विभिन्न योजनाओं और तकनीकी प्रक्रियाओं की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें इंटर्नशिप के अवसर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे युवा पीढ़ी न केवल डाक सेवाओं की आधुनिक संरचना को समझ सकेगी बल्कि उन्हें इस क्षेत्र में करियर और स्टार्टअप के नए अवसरों की जानकारी भी मिलेगी।
नई पीढ़ी के लिए सहज, आकर्षक और स्मार्ट पोस्ट ऑफिस
जेन-जी पोस्ट ऑफिस शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यह है कि युवा पीढ़ी, जो हर चीज का डिजिटल और तेज विकल्प ढूंढती है, वह पोस्ट ऑफिस की सेवाओं को भी उतनी ही सहजता और सरलता से उपयोग कर सके।सरकार का मानना है कि यदि पोस्ट ऑफिस छात्रों के पास पहुंचेगा, तो वे इसे बेहतर समझ सकेंगे और डाक सेवाओं के आधुनिक रूप को अपनाने में अधिक सहज महसूस करेंगे।
कुल मिलाकर जेन-जी पोस्ट ऑफिस भारत के डाक विभाग की आधुनिक सोच, तकनीक-समर्थित व्यवस्था और युवाओं को सेवा प्रणाली से जोड़ने की अनूठी पहल है, जो आने वाले वर्षों में देश में डाक प्रणाली की तस्वीर बदल सकती है।