1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 01 Dec 2025 09:10:17 AM IST
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Traffic Management : पटना में जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. के निर्देश पर शहर में अतिक्रमण के खिलाफ विशेष अभियान शुरू कर दिया गया है। यह अभियान 1 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगा और प्रतिदिन इसकी समीक्षा की जाएगी। अभियान का मुख्य उद्देश्य पटना को अतिक्रमणमुक्त बनाना और यातायात, सार्वजनिक स्थल तथा प्रमुख मार्गों पर सुव्यवस्था बनाए रखना है।
अधिकारियों ने दिसंबर माह का अभियान कैलेंडर जारी करते हुए नौ टीमों का गठन किया है। इन टीमों में प्रशासन, नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस, परिवहन, राजस्व, पथ निर्माण, स्वास्थ्य, पुलिस, अग्निशमन, पुल निर्माण निगम, दूरसंचार, वन प्रमंडल और विद्युत विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं। ये टीम शहर के छह नगर निगम अंचलों—नूतन राजधानी, पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बांकीपुर, अजीमाबाद, पटना सिटी—के साथ-साथ नगर परिषद खगौल, फुलवारीशरीफ और दानापुर में अभियान चलाएंगी।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जहां अतिक्रमण हटाया गया है, वहां पुनः अतिक्रमण पाए जाने पर तत्काल प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। अभियान में बाधा डालने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक स्थलों, फुटपाथ, सर्विस रोड और प्रमुख मार्गों को अतिक्रमणमुक्त रखना जनहित में आवश्यक बताया गया है। विशेष रूप से कंकड़बाग, गांधी मैदान, राजेंद्र नगर टर्मिनल, डाकबंगला, कारगिल चौक, अशोक राजपथ, बोरिंग कैनाल रोड, सगुना मोड़, जेपी गंगा पथ और अटल पथ जैसे प्रमुख मार्गों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
नगर निकायों को अस्थायी अतिक्रमण पर 5,000 रुपये और स्थायी अतिक्रमण पर 20,000 रुपये का दंड लगाने की शक्ति प्रदान की गई है। अस्पतालों जैसे आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, एम्स और एनएमसीएच के आसपास भी अतिक्रमण पूरी तरह हटाने का निर्देश है, ताकि मरीजों और एंबुलेंस के आवागमन में कोई बाधा न आए।
अतिक्रमण उन्मूलन अभियान के प्रभावी संचालन के लिए पांच सदस्यीय निगरानी सेल का गठन किया गया है, जिसमें पुलिस अधीक्षक (यातायात), अपर जिला दंडाधिकारी (नगर व्यवस्था), एसपी (सुरक्षा), अपर नगर आयुक्त और सिटी मजिस्ट्रेट शामिल हैं। डीएम ने कहा कि बढ़ते वाहनों और यातायात जाम की स्थिति को देखते हुए सुगम यातायात व्यवस्था सर्वोच्च प्राथमिकता है। अतिक्रमण हटाने से न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि दुर्घटनाओं की संभावना भी कम होगी।
अभियान के तहत एस्कलेटर-युक्त फूट ओवर ब्रिज (FOB), अंडरपास, सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण, वेंडर्स के लिए वैकल्पिक व्यवस्था और अन्य बिंदुओं पर लगातार कार्य किया जा रहा है। इससे आम जनता को बेहतर सुविधा मिलेगी और सरकार के उद्देश्यों के अनुरूप शहर की सुगमता एवं सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इस अभियान से पटना शहर के प्रमुख मार्गों और सार्वजनिक स्थलों पर व्यवधानरहित आवागमन सुनिश्चित करने के साथ-साथ अतिक्रमणकारी गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण भी लगाया जाएगा।