1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 02 Dec 2025 03:24:51 PM IST
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बिहार में अपराधियों और हिंसक घटनाओं का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन राज्य के विभिन्न हिस्सों से आपराधिक घटनाओं की खबरें सामने आ रही हैं। ताजा मामला पटना सिटी का है, जहां दीदारगंज थाना क्षेत्र के हीरानंदपुर गांव में मंगलवार को दो पक्षों के बीच विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। इस झड़प में दो लोग घायल हो गए और पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया।
जानकारी के अनुसार, विवाद शुरू में एक सामान्य बहस के रूप में था, लेकिन देखते ही देखते यह हिंसा का रूप लेने लगा। झगड़े में दोनों पक्षों ने ईंट-पत्थर चलाना शुरू कर दिया और साथ ही लाठी-डंडों का भी इस्तेमाल किया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, झड़प इतनी हिंसक थी कि गांव में मौजूद लोग डर के मारे अपने-अपने घरों में छिप गए।
घटना के अनुसार, विवाद का संबंध राजबल्लभ सिंह और विश्वनाथ के बीच पुराने विवाद से जुड़ा हुआ था। बताया जा रहा है कि यह मामला काफी समय से गांव में तनाव का कारण बना हुआ था। मंगलवार को यह तनाव उग्र रूप ले गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। झगड़ा इतना बढ़ गया कि केवल बहस और तकरार तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि दोनों ओर से हिंसक कार्यवाही की गई।
घटना के दौरान दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए। शुरुआती जानकारी के अनुसार, दोनों पक्षों से एक-एक व्यक्ति घायल हुआ है। घायलों को तत्काल ही अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है। अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि घायलों की स्थिति स्थिर है, लेकिन उन्हें कुछ समय तक निगरानी में रखना होगा।
घटना की सूचना मिलते ही दीदारगंज थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की और दोनों पक्षों को अलग करने का प्रयास किया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, स्थिति नियंत्रण में आने के बाद भी गांव में तनाव का माहौल बना हुआ था। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी तरह की हिंसा में शामिल न हों।
पुलिस अब मामले की गहन जांच कर रही है। दोनों पक्षों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और आरोपी व्यक्तियों की पहचान के लिए पूछताछ जारी है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों के बयान भी जुटाने शुरू कर दिए हैं। जांच अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि झगड़े के पीछे मुख्य कारण क्या था और इसे बढ़ावा देने वाले कौन थे।
घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल कुछ हद तक कम हो पाया है, लेकिन लोग अभी भी भय के साए में जी रहे हैं। स्थानीय निवासी बताते हैं कि झगड़ा पुराने विवाद से जुड़ा हुआ था और इसमें कई वर्षों का व्यक्तिगत और पारिवारिक मतभेद शामिल थे। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि ऐसे घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाए।
पटना पुलिस ने भी इस मामले में स्पष्ट किया है कि किसी भी पक्ष को बिना जांच के बकाया नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसे हिंसक झगड़ों को रोकने के लिए गांवों में पुलिसिंग बढ़ाई जाएगी। पुलिस का कहना है कि लोगों को शांति बनाए रखने और कानून का पालन करने में सहयोग करना चाहिए।