Patna Metro: पटना मेट्रो का किराया हुआ तय, ऐसे कर सकते है टीकट; जान लीजिए... पूरी खबर

Patna Metro: पटना मेट्रो रेड लाइन में न्यूनतम किराया 15 रुपये और अधिकतम 30 रुपये तय किया गया है। यात्री अब वेंडिंग मशीन से क्यूआर कोड, कार्ड या नकद के माध्यम से टिकट प्राप्त कर सकेंगे। पाँच स्टेशनों पर अत्याधुनिक टिकटिंग सुविधा जल्द होगी शुरू।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 02 Sep 2025 07:44:55 AM IST

Patna Metro: पटना मेट्रो का किराया हुआ तय, ऐसे कर सकते है टीकट; जान लीजिए... पूरी खबर

- फ़ोटो GOOGLE

Patna Metro: पटना मेट्रो परियोजना के अंतर्गत विकसित हो रही रेड लाइन को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (PMRCL) ने रेड लाइन के लिए किराया तय कर लिया है। यह लाइन 6.107 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें कुल पांच स्टेशन शामिल होंगे – न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल, जीरो माइल, भूतनाथ, खेमनीचक और मलाही पकरी।


रेड लाइन के तहत एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन की यात्रा के लिए यात्रियों को 15 रुपये किराया देना होगा, जबकि पूरे रूट पर यात्रा करने के लिए अधिकतम 30 रुपये का किराया निर्धारित किया गया है। हालांकि, इस किराए की आधिकारिक घोषणा अब भी लंबित है और इसे जल्द ही सार्वजनिक किए जाने की संभावना है। सुविधाजनक और डिजिटल टिकटिंग अनुभव के लिए 2.89 करोड़ रुपये की लागत से सभी पांचों स्टेशनों पर टिकट वेंडिंग मशीनें (TVM) लगाई जाएंगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) द्वारा इन मशीनों की स्थापना के लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।


इन वेंडिंग मशीनों के माध्यम से यात्री नकद, क्यूआर कोड, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और मोबाइल वॉलेट जैसे विभिन्न माध्यमों से टिकट प्राप्त कर सकेंगे। मशीनें पेपर टिकट, इलेक्ट्रॉनिक टिकट और टोकन देने में सक्षम होंगी। इसके अलावा, मशीनों के माध्यम से यात्री स्मार्ट कार्ड और स्टोर-वैल्यू कार्ड को भी रिचार्ज कर सकेंगे, जिसे मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से भी एक्सेस किया जा सकेगा।


पटना मेट्रो के इस प्राथमिक कॉरिडोर को पूरी तरह से यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है। प्रत्येक स्टेशन पर एस्केलेटर, लिफ्ट, सीसीटीवी निगरानी, हेल्प डेस्क, डिजिटल साइन बोर्ड और दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही, मेट्रो को ग्रीन एनर्जी से चलाने की भी योजना है, जिससे यह परियोजना पर्यावरण के अनुकूल भी बन सके। पटना मेट्रो की रेड लाइन का पहला चरण 2025 के अंत तक संचालन के लिए तैयार किया जा सकता है, बशर्ते निर्माण कार्य तय समय पर पूरा हो। इस परियोजना के पूर्ण