मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 05 Jun 2025 12:11:53 PM IST
प्रतिकात्मक - फ़ोटो google
Bihar News: बिहार का पहला मॉडर्न मुक्तिधाम यानी श्मशान घाट राजधानी पटना के बांस घाट में बनकर तैयार हो रहा है। यह श्मशान घाट तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और पहले की तुलना में तीन गुना बड़ा होगा। पहले जहां यह घाट 1.24 एकड़ में फैला था, अब इसका विस्तार कर इसे 4.5 एकड़ में विकसित किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक, इस परियोजना पर कुल लागत करीब 89.40 करोड़ रुपये आंकी गई है। जुलाई माह तक इसका निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है। बुडको के प्रबंध निदेशक अनिमेष कुमार पराशर ने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
इस मॉडर्न श्मशान घाट में कई आधुनिक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। शवदाह के लिए आने वाले लोगों और परिजनों को आराम और सुविधा देने के लिए कैंटीन और वेटिंग हॉल समेत तमाम तरह की व्यवस्था यहां मिलेंगी। शवदाह के बाद परिजन नदी किनारे जाने के बजाय स्वच्छ और सुरक्षित स्थान पर स्नान कर सकें।
परिजनों की गोपनीयता और आराम के लिए अलग-अलग कमरे उपलब्ध होंगे। पांच शवदाह प्लेटफॉर्म बनाए जाएंगे, जिनमें से दो बिजली चालित होंगे और तीन पर पारंपरिक लकड़ी से दाह-संस्कार की सुविधा रहेगी। साफ-सफाई और रख-रखाव की भी सुदृढ़ व्यवस्था की गई है। पर्यावरण और गंगा की स्वच्छता पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।
यह परियोजना सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह गंगा नदी की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक मॉडल परियोजना के रूप में देखी जा रही है। इसके लिए प्रशासन ने क्षेत्र में अतिक्रमण को भी हटा दिया है, ताकि निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए। इस परियोजना के पूरे होने से पटना और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों को अत्यंत सहूलियत मिलेगी और संवेदनशील मौकों पर सुविधाजनक व सम्मानजनक व्यवस्था सुनिश्चित होगी।