वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 01 May 2025 07:35:37 AM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna News: राजधानी पटना के इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (IGIC) में कार्यरत एक महिला डॉक्टर कनू प्रिया (41 वर्ष) की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई। यह घटना 29 अप्रैल की रात कदमकुआं थाना क्षेत्र स्थित राजेंद्र नगर रोड नंबर 5ए, मकान संख्या 174/बी में हुई, जहां वे अपने पति और दो बच्चों के साथ रहती थीं। डॉ. कनू प्रिया के पति, डॉ. मुकेश कुमार, मधुमेह विशेषज्ञ हैं और घर के पास ही केएम अस्पताल चलाते हैं।
पुलिस को इस घटना की सूचना शुरू में नहीं दी गई। जब शास्त्रीनगर स्थित एक निजी अस्पताल में डॉक्टर की मौत हुई, तब पुलिस को जानकारी मिली। बाद में शव का पोस्टमार्टम आईजीआईएमएस (IGIMS) में कराया गया। पुलिस ने महिला डॉक्टर के पिता अशोक कुमार का फर्दबयान लिया और उसे कदमकुआं थाना भेज दिया गया। कदमकुआं थानेदार अजय कुमार ने बताया कि इस मामले में अप्राकृतिक मृत्यु (UD) का केस दर्ज कर लिया गया है।
डॉ. कनू के 15 वर्षीय बेटे सार्थक ने बताया कि घटना की रात करीब 10 बजे वह बाथरूम जाने के लिए उठा। बाथरूम का दरवाज़ा अंदर से बंद था। कई बार खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला तो उसने अपने पिता डॉ. मुकेश को जानकारी दी। डॉ. मुकेश ने दरवाजा तोड़कर अंदर प्रवेश किया, जहां डॉक्टर कनू प्रिया फर्श पर बेसुध पड़ी थीं और उनके गले में दुपट्टा लिपटा था। इसके बाद डॉ. मुकेश उन्हें लेकर अपने अस्पताल गए और कुछ देर इलाज के बाद राजाबाजार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
वहीं, डॉ. कनू प्रिया के पिता अशोक कुमार ने पुलिस को दिए फर्दबयान में किसी व्यक्ति पर संदेह या आरोप नहीं लगाया है। जब वे मौके पर पहुंचे, तो डॉ. मुकेश अपने दो-तीन सहयोगियों के साथ पत्नी का इलाज कर रहे थे। डॉ. कनू का मायका जगत नारायण रोड, पटना में है। उनके दो बच्चे हैं बेटा सार्थक और बेटी आद्विका।
ुलिस का कहना है कि घटना की सभी एंगल से जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, अभी तक मामला आत्महत्या, दुर्घटना या अन्य किसी कारण से जुड़ा है, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।