1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 01 Dec 2025 01:51:21 PM IST
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Bihar Assembly : बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सोमवार को नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम जारी है। इसी दौरान एक दिलचस्प और चर्चा का विषय बनने वाली घटना देखने को मिली। नवादा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर पहली बार सदन पहुंचीं विभा देवी शपथ पढ़ते समय थोड़ा अटक गईं। जैसे ही उनके शब्दों में लड़खड़ाहट आई, वैसे ही बगल की सीट पर बैठी एक महिला विधायक ने तुरंत उनकी मदद की और शपथ को सही शब्दों में बोलने में सहयोग किया।
शपथ पत्र पढ़ते समय आई दिक्कत
सोमवार सुबह से विधानसभा में शपथ लेने का सिलसिला चल रहा था। इसी क्रम में जब प्रो-टेम स्पीकर ने नवादा की विधायक विभा देवी का नाम पुकारा, तो वह आत्मविश्वास के साथ माइक की ओर बढ़ीं। लेकिन जैसे ही उन्होंने शपथ पढ़ना शुरू किया, एक-दो शब्दों पर वह अटक गईं। उनके चेहरे पर हल्की झिझक और तनाव दिखाई दिया, जिसकी वजह से सदन का माहौल कुछ क्षण के लिए शांत हो गया।
बगल में बैठी विधायक ने थामा हाथ
विभा देवी की झिझक को देखते हुए उनके पास बैठी एक महिला विधायक तुरंत आगे बढ़ीं। उन्होंने धीरे से सही शब्द बताकर उन्हें शपथ पूरी करवाने में मदद की। इस दौरान सदन में मौजूद अन्य सदस्यों ने भी मुस्कुराते हुए उनकी हौसला-अफजाई की। यह दृश्य इस बात की मिसाल बना कि सदन में राजनीतिक मतभेदों के बीच भी पारस्परिक सहयोग और साथीपन की भावना बनी रहती है।
पहली बार सदन में पहुंचीं विभा देवी
आपको बता दें कि विभा देवी राजद के पूर्व विधायक राजबल्लभ यादव की पत्नी हैं। इस बार उन्होंने नवादा सीट से जीत दर्ज कर विधानसभा में अपनी एंट्री की है। पहली बार सदन में पहुंचने का उत्साह उनके व्यवहार में साफ दिख रहा था, लेकिन शपथ के दौरान हुई यह छोटी गलती चर्चा का कारण बन गई।
शपथ बाद दिखा आत्मविश्वास
शपथ पूर्ण करने के बाद विभा देवी ने मुस्कुराते हुए सभी का अभिवादन किया। उन्होंने अपनी सीट पर लौटते समय उस महिला विधायक का विशेष रूप से धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनकी झिझक के क्षण में साथ दिया।शपथ ग्रहण के पहले दिन कई नए जनप्रतिनिधि सदन में पहुंचे। इस दौरान कई बार नए विधायकों को शब्दों में कठिनाई आई, लेकिन प्रो-टेम स्पीकर और आसपास बैठे सदस्यों ने हर बार उनकी मदद की। विभा देवी का मामला भी उसी भावना का उदाहरण बन गया।
इस घटना से साफ है कि विधानसभा की गरिमा बनाए रखने में परस्पर सहयोग कितना महत्वपूर्ण है। विभा देवी के लिए यह पल भले ही चुनौती भरा रहा हो, लेकिन उन्होंने सहजता से इसे पार किया और अपने राजनीतिक सफर की नई शुरुआत की।