ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार में सरकारी चावल की कालाबाजारी, गोदाम से 350 मीट्रिक टन चावल गायब; बोरियों में निकलीं ईंटें Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप Bihar Politics: ‘अफीम की खेती करते हैं, उनको सांसद नहीं मानता’ गोपाल मंडल का JDU सांसद अजय मंडल पर नया आरोप India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी.. Janmashtami 2025: 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्मी, जानिए.... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान Bihar News: बिहार की हवा से प्रदूषण होगा गायब, सरकार ने उठाया बड़ा कदम Bihar Crime News: पटना में युवक की हत्या से सनसनी, छापेमारी में जुटी पुलिस

Bihar Land Survey: जमीन के 'अभिलेख स्कैनिंग' पर सरकार कितना खर्च कर रही...जान कर होश उड़ जाएंगे

Bihar Land Survey: बिहार सरकार भूमि का सर्वेक्षण करा रही है. राजस्व अभिलेखों की स्कैनिंग और डिजिटल करने पर नीतीश सरकार को बड़ी राशि खर्च करनी पड़ रही है. इस काम के लिए एक बार फिर से राशि जारी की गई है.

1st Bihar Published by: Viveka Nand Updated Mon, 13 Jan 2025 01:19:07 PM IST

Bihar Land Survey,BIHAR NEWS, PATNA NEWS, NITISH KUMAR, बिहार भूमि सर्वेक्षण, बिहार समाचार, नीतीश कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग

भूमि सर्वे की प्रतीकात्मक तस्वीर - फ़ोटो Google

Bihar Land Survey:  बिहार में भूमि सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है. हालांकि, सरकार ने सर्वे के लिए तय समय सीमा को बढ़ा दिया है. इस वजह से सर्वेक्षण का कार्य सुस्त पड़ गया है. भूमि सर्वेक्षण कराने के लिए सरकार ने बड़ी राशि खर्च करने की सहमति दी है. सिर्फ राजस्व अभिलेखों की स्कैनिंग और डिजिटल करने पर सरकार को बजट की बड़ी राशि खर्च करनी पड़ रही है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की तरफ से बताया गया है कि 12.50 करोड़ अभिलेखों की स्कैनिंग हो गई है. कुल 20 करोड़ राजस्व अभिलेख होने की  संभावना है. इस कार्य के लिए पूर्व में 2500 लाख रू दिए गए थे. फिर से 3563 लाख की स्वीकृति दी गई है.  

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने महालेखाकार को भेजे पत्र में कहा है कि राजस्व अभिलेखों की स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन कार्यक्रम के तहत 20 करोड़ पन्नों,अभिलेख के स्कैनिंग कार्य के लिए पूर्व में 25 करोड़ रू की योजना स्वीकृत किया गया था. उसके अतिरिक्त 35 करोड़ 63 लाख ₹1000 व्यय की स्वीकृति दी गई है. 

राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कहा है कि भूमि से संबंधित कागजात की प्रति उपलब्ध कराना सरकार का दायित्व है. राज्य में 125 वर्ष पूर्व में कैडेस्ट्रेल सर्वे हुआ था. 80 साल पहले रिविजनल सर्वे कराया गया था. राजस्व अभिलेखों का संरक्षण, प्रबंधन करना सरकार का दायित्व है. पुराने अभिलेखों को संरक्षित करने एवं कागजात की सत्यापित प्रति उपलब्ध कराने को लेकर 2022 में ही राजस्व अभिलेखों की स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन कार्य प्रारंभ की गई थी. इसके लिए हरियाणा की एक कंपनी का चयन किया गया था. 

राजस्व अभिलेखों की स्कैनिंग कर रही कंपनी ने लगभग 12.50 करोड़ पृष्ठ,अभिलेखों का स्कैनिंग कार्य पूर्ण कर लिया है.फिर भी बहुत कागजातों की स्कैनिंग लंबित है. 2018-19 में 25 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई थी. कुल  20 करोड़ अभिलेख होने के बारे में बताया गया है. इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने महालेखागार को 35 करोड़ 63 लाख ₹1000 की स्वीकृति देने की जानकारी दी है.