पूर्णिया में फर्जी थाना का भंडाफोड़: पुलिस का वर्दी पहन 300 लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी

पूर्णिया के कसबा में एक युवक ने स्कूल भवन में फर्जी थाना खोलकर खुद को पुलिस बताया और करीब 300 लोगों को नकली नियुक्ति पत्र देकर नौकरी के नाम पर ठग लिया। पुलिस की वर्दी, राइफल,लाठी और ID कार्ड देकर युवाओं से ड्यूटी भी करवाई गई।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 08 Jun 2025 08:29:25 PM IST

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बिहार में फर्जी थाने का खुलासा - फ़ोटो REPORTER

PURNEA: पूर्णियां के कसबा थाना क्षेत्र में एक फर्जी थाने का भंडाफोड़ किया गया। सरकारी स्कूल के भवन में हर दिन पुलिस की वर्दी में लोग आते थे और वाहन चेकिंग में लग जाते थे। फर्जी थाना का भंडाफोड़ तब हुआ जब नौकरी के नाम पर ठगी का शिकार हुए सैकड़ों लोग ठग के घर पहुंचकर हंगामा करने लगे। 


दरअसल कसबा नगर पंचायत वार्ड नं 23 नेमा टोल निवासी राजू प्रसाद साह का पुत्र राहुल कुमार साह ने गाँधी स्कूल कसबा में बिहार राज्य दलपति एवं ग्राम रक्षा दल महासंघ का कार्यालय खोलकर खुद पुलिस की वर्दी में रोजाना ड्यूटी करने लगा। वही हाल ही में ग्राम रक्षा दल की बहाली से पहले लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर 10 से 15 हजार वसूल कर ग्राम रक्षा दल और दलपति का फर्जी नियुक्ति पत्र बाँट दिया। इतना ही नहीं सभी को पुलिस की वर्दी दिलवाकर नौकरी पर भी लगवा दिया। वही करीब 2 माह नौकरी करने के बाद जब वेतन नहीं मिला तब लोग सीधा ठग के घर पर पहुंच गये और हंगामा करने लगे।


ठगी के शिकार युवक नरेश कुमार रॉय ने बताया कि उन लोगों को 20-20 हजार रुपया तनख्वाह पर ग्राम रक्षा दल की नौकरी दी गई है। ठग राहुल कुमार हमेशा पुलिस की वर्दी में रहता था, यहाँ तक कि कसबा थाने के पुलिस वालों के साथ भी फेसबुक पर फोटो अपलोड करता रहता था, इसलिए उनलोगों को कोई शक नहीं हुआ। उसके बाद वर्दी और आईकार्ड देकर लोगों से काम लेने लगा। इसके एवज में लोगों से पैसे भी लिये। 


ठगी के शिकार लोगों ने कसबा थाने में ठग राहुल कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराया है। कसबा थानाध्यक्ष अजय कुमार अजनबी ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ हैं, मामले की जांच की जा रही है। वही ठगी के शिकार लोगों की संख्या  करीब 300 के आसपास है, जिन्हें पुलिस की वर्दी, पुलिस की लाठी और आईकार्ड दी गई है। अब ठगी के शिकार लोग असली पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। मामला सामने आने के बाद पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। लेकिन अभी तक उसकी गिरफ्तारी संभव नहीं हो पाई है।