1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 01 Dec 2025 12:20:01 PM IST
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बिहार के सासाराम जिले में एक शादी समारोह हर्ष फायरिंग की भेंट चढ़ गया, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना शिवसागर थाना क्षेत्र के थनुआ गांव में हुई। जानकारी के अनुसार, बक्सर जिले से बारात में शामिल हुए 50 वर्षीय नंदन कुमार सिंह की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और मामले की त्वरित जांच शुरू की।
सासाराम एसडीपीओ वन, दिलीप कुमार ने बताया कि थनुआ गांव में आयोजित शादी समारोह के दौरान अचानक हर्ष फायरिंग की गई। बारात ढोरार के कंचनपुर से आई थी और इसी दौरान गोली चलने से नंदन कुमार सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सासाराम भेज दिया है। घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और उनसे पूछताछ जारी है। इसके अलावा, मौके से एक पिस्टल भी बरामद की गई है।
एसडीपीओ ने स्पष्ट किया कि शादी या अन्य किसी भी अवसर पर हर्ष फायरिंग करना पूरी तरह गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि वर और वधू पक्ष के लोगों से भी इस मामले में पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के सभी पहलुओं को उजागर किया जा सके। गिरफ्तार आरोपितों की पृष्ठभूमि और पहले की किसी भी आपराधिक गतिविधियों की जांच की जा रही है। पुलिस ने इस मामले में सख्त रुख अपनाने की बात कही है और आरोपी को कानून के तहत कड़ी सजा दिलाने का भरोसा दिलाया है।
बिहार में पुलिस मुख्यालय पहले ही शादी और अन्य अवसरों पर हर्ष फायरिंग पर सख्त प्रतिबंध लगा चुका है। इसके बावजूद राज्य में ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। सासाराम की यह घटना भी इसी कड़ी में है। इससे पहले, हाल ही में खगड़िया जिले में शादी के दौरान हर्ष फायरिंग में एक दूल्हे की मौत हो गई थी, जिससे दुल्हन विधवा हो गई। इसी तरह छपरा में हर्ष फायरिंग के दौरान एक डांसर की मौत की खबर सामने आई थी। इन घटनाओं से स्पष्ट है कि हर्ष फायरिंग अब केवल मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि जीवन के लिए खतरा बन चुकी है।
स्थानीय प्रशासन ने भी इस दिशा में चेतावनी जारी की है। लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी शादी या सामाजिक समारोह में हर्ष फायरिंग से बचें। साथ ही यह भी कहा गया कि अगर किसी को हर्ष फायरिंग करते हुए देखा जाता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। प्रशासन का मानना है कि केवल कानून के जरिए ही ऐसी घटनाओं को रोकना संभव है।
बिहार में हर्ष फायरिंग की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि समाज में सुरक्षा और कानून के प्रति गंभीरता की कमी है। बारात, शादी और अन्य सामाजिक समारोहों में सुरक्षा के इंतजाम को अनदेखा करना खतरनाक साबित हो रहा है। हर साल कई लोगों की जान इसी वजह से जाती है। इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि क्या प्रशासन और कानून के नियम लोगों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त हैं।
सासाराम पुलिस का कहना है कि वे इस मामले में पूरी गंभीरता से काम कर रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द कानून के तहत सजा दिलाई जाएगी। गिरफ्तार आरोपितों की जांच और उनके नेटवर्क की पड़ताल की जा रही है। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए शादी समारोह में सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
इस घटना ने राज्य में हर्ष फायरिंग के खिलाफ कानून और जनता की जागरूकता की आवश्यकता को फिर से उजागर किया है। यह घटना सिर्फ एक व्यक्तिगत त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी भी है। शादी जैसे खुशी के अवसर पर जीवन की कीमत चुकाना किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।