1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 05 Jun 2025 08:26:36 AM IST
सदर अस्पताल का दृश्य - फ़ोटो रिपोर्टर
Bihar News: शिवहर के नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 में बुधवार देर रात डीजे की तेज आवाज के कारण 14 वर्षीय बच्ची को हार्ट अटैक आया। सदर अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद डॉक्टरों और नर्सों की कथित लापरवाही के कारण बच्ची की मौत हो गई। परिजनों और नगर सभापति ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 5 में बुधवार देर रात डीजे की तेज आवाज के कारण एक 14 वर्षीय बच्ची को हार्ट अटैक आया। परिजनों ने तुरंत उसे शिवहर सदर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन वहां मौजूद डॉक्टरों और नर्सों ने कथित तौर पर कोई इलाज नहीं किया और तमाशबीन बने रहे। नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने बताया कि जब वे स्वयं अस्पताल पहुंचे, तब तक बच्ची ने दम तोड़ दिया था। सभापति ने कहा, “अगर डॉक्टरों में थोड़ी सी भी इंसानियत होती, तो शायद बच्ची की जान बच सकती थी।”
परिजनों ने डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही को बच्ची की मौत का कारण बताया है। नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने जिला प्रशासन से मांग की है कि अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों और नर्सों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। परिजनों ने भी नगर थाना में आवेदन देकर डॉक्टरों की लापरवाही की जांच और कार्रवाई की मांग की है।
घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज समेत अन्य साक्ष्यों की जांच कर रही है। पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच के बाद लापरवाही के आरोपों की सत्यता की पुष्टि की जाएगी और उचित कार्रवाई होगी।
बच्ची की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है और पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। स्थानीय लोग सरकारी अस्पतालों की लचर व्यवस्था और डॉक्टरों की कथित लापरवाही को लेकर आक्रोशित हैं। इस घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति को एक बार फिर अच्छे से उजागर कर दिया है।
रिपोर्ट: समीर कुमार झा, शिवहर