ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR NEWS : बिजली चोरी रोकने को लेकर विद्युत विभाग का नया प्लान; जानिए क्या है ख़ास Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी Bihar Election 2025: महागठबंधन में सीट बंटवारे में देरी से सहयोगी दलों की बेचैनी बढ़ी, CPM ने दो मौजूदा विधायकों को नामांकन की मंजूरी दी BIHAR NEWS : रोहतास हत्या मामला: नाली विवाद में युवती की गोली मारकर हत्या, परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक Bihar Crime News: बिहार में घर में घुसकर 9वीं के छात्र की गला रेतकर हत्या, रिश्तेदारों पर मर्डर करने का शक BIHAR NEWS : कैफे संचालक की गोली मारकर हत्या, लूट और रंजिश की आशंका, जांच के लिए एसआईटी गठित IPL 2026 Auction: इस दिन होगी IPL ऑक्शन, टीमों में बड़े फेरबदल की तैयारी शुरू; BCCI ने तय की रिटेंशन की तारीख Memory tricks: खेल-खेल में बढ़ाएं मेमोरी – बच्चों और बड़ों दोनों के लिए कुछ आसान उपाय एनडीए से बड़ी खबर,अगले कुछ घंटों में कैंडिडेट के नाम के साथ आने वाला है फाइनल लिस्ट;शुरू हुई अंतिम दौर की मंथन

BIHAR POLITICS: 15 वर्षों में नहीं हुआ छातापुर का विकास, जनता की आवाज़ बनकर सामने आए VIP नेता संजीव मिश्रा

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने छातापुर की जनता की समस्या सुनी। लोगों की बातें सुनकर वो खुद हैरान रह गये।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 18 May 2025 04:32:20 PM IST

bihar

अब विकास होगा, दलाली नहीं - फ़ोटो google

SUPAUL: सुपौल के छातापुर विधानसभा क्षेत्र में निरंतर हो रही उपेक्षा और विकास के अभाव के खिलाफ जनता की भावना को स्वर देते हुए विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने रविवार को भीमपुर पंचायत के विभिन्न वार्डों का दौरा किया। उन्होंने जनसंपर्क सह जनसंवाद कार्यक्रम के माध्यम से आम नागरिकों से सीधे संवाद कर क्षेत्र की ज़मीनी हकीकत को समझा और मूलभूत सुविधाओं के अभाव को लेकर गंभीर चिंता जताई।


छातापुर की जनता की सुनी समस्या 

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने छातापुर की जनता की समस्या सुनी। लोगों की बातें सुनकर वो हैरान रह गये। उन्होंने कहा कि "छातापुर विधानसभा क्षेत्र में पिछले 15 वर्षों से विकास की गति पूरी तरह ठप है। न सड़क है, न पुल-पुलिया पूर्ण हैं, और न ही शिक्षा-स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाएं मौजूद हैं। जनता की समस्याओं से वर्तमान विधायक का कोई सरोकार नहीं है।"


शिक्षा व्यवस्था पर करारा प्रहार

श्री मिश्रा ने बताया कि आज के आधुनिक युग में भी छातापुर जैसे बड़े विधानसभा क्षेत्र में एक भी डिग्री महाविद्यालय का न होना अत्यंत शर्मनाक है। क्षेत्र के युवा उच्च शिक्षा के लिए बाहर जाने को मजबूर हैं, जिससे पलायन की समस्या विकराल होती जा रही है।


स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर नाराज़गी

उन्होंने छातापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उदाहरण देते हुए कहा कि करोड़ों की लागत से निर्मित इस अस्पताल में न तो महिला चिकित्सकों की नियुक्ति हुई है और न ही ज़रूरी दवाइयाँ उपलब्ध हैं। सांप काटने जैसी आपातकालीन स्थिति में भी इलाज संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि "छातापुर के अस्पताल भगवान भरोसे चल रहा है। राजेश्वरी पश्चिम पंचायत के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि वहाँ मरीजों के लिए बुनियादी सुविधाएं तक मौजूद नहीं हैं।


भ्रष्टाचार और दलाली का बोलबाला

विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पनोरमा ग्रुप के प्रबंध निदेशक संजीव मिश्रा ने कहा कि सभी सरकारी योजनाएं दलालों के कब्जे में हैं। आम आदमी को उसका हक बिना रिश्वत के नहीं मिल पाता। यह स्थिति लोकतंत्र और सुशासन के मूल्यों के खिलाफ है।


जनता को दिया आश्वासन

उन्होंने उपस्थित जनसमूह को विश्वास दिलाते हुए कहा कि "यदि छातापुर की जनता ने हमें सेवा का अवसर दिया, तो शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार जैसी मूलभूत सुविधाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। हम राजनीति नहीं, विकास की लड़ाई लड़ने आए हैं।"


छातापुर बदलाव की राह पर

जनसंपर्क के दौरान जनता ने जिस प्रकार का उत्साह और समर्थन दिखाया, उससे यह स्पष्ट संकेत मिला कि छातापुर की धरती अब बदलाव की मांग कर रही है। हर वर्ग के लोग, युवा, महिलाएं, बुजुर्ग और किसान सभी अब विकासोन्मुख नेतृत्व की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। संजीव मिश्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह संवाद केवल एक दौरा नहीं, बल्कि छातापुर के जनजीवन को समझने और उसके समाधान की दिशा में उठाया गया एक ठोस कदम है। मीडिया से अपील है कि वे इस आवाज़ को जन-जन तक पहुँचाएं।