ब्रेकिंग न्यूज़

मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Patna Metro: यहां बनेगा पटना मेट्रो का सबसे बड़ा अंडरग्राउंड स्टेशन, हर दिन 1.41 लाख यात्री करेंगे सफर Bihar News: गयाजी के सूर्यकुंड तालाब में सैकड़ों मछलियों की मौत, भीषण गर्मी या है कोई और वजह?

मारुति सुजुकी के इलेक्ट्रिक वाहन (EV) प्लान्स: शेयरों में गिरावट, क्या भविष्य में सफलता की संभावना है?

भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के क्षेत्र में अपनी योजनाओं का विस्तार करने की घोषणा की है, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 20 Feb 2025 01:21:21 PM IST

maruti suzuki ev

maruti suzuki ev - फ़ोटो Social Media

मारुति सुजुकी ने वित्तीय वर्ष 2030 तक चार बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (BEVs) लॉन्च करने की योजना बनाई है, जिसका आरंभ बहुप्रतीक्षित e-VITARA से होगा। कंपनी का उद्देश्य भारत में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माण में अग्रणी बनना है, और वह उत्पादन, निर्यात, और बिक्री के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। लेकिन, यहां पर एक बड़ा फर्क है, क्योंकि मारुति सुजुकी केवल इलेक्ट्रिक वाहन पर निर्भर नहीं है। कंपनी अपनी रणनीति को मल्टी-पॉवरट्रेन रणनीति के तहत तैयार कर रही है, जिसमें हाइब्रिड (HEVs), सीएनजी और फ्लेक्स-फ्यूल व्हीकल्स (FFVs) शामिल हैं। यह कदम कंपनी को इस तेजी से बढ़ते हुए बाजार में प्रतिस्पर्धा से निपटने में मदद कर सकता है।

मारुति के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है, और कंपनी इस पर पूरी तरह से भरोसा करती है। बढ़ती हुई मांग को पूरा करने के लिए मारुति अपनी उत्पादन क्षमता को तेजी से बढ़ा रही है। कंपनी ने खड़कौदा और गुजरात में नई निर्माण इकाइयाँ स्थापित करने की योजना बनाई है, जिससे उसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 4 मिलियन यूनिट्स तक पहुंच जाएगी। इससे भारत को सुजुकी का वैश्विक निर्यात हब बनाने में मदद मिलेगी, और भारतीय बाजार में कंपनी की उपस्थिति और मजबूत होगी।

हालांकि, मारुति का भारतीय बाजार पर दबदबा थोड़ा कम हुआ है, खासकर एसयूवी (SUV) की बढ़ती मांग और बढ़ती इलेक्ट्रिक वाहन प्रतिस्पर्धा के कारण। पिछले कुछ वर्षों में एसयूवी की बढ़ती लोकप्रियता ने मारुति को चुनौती दी है, और कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 50% से घटकर कम हो गई है। इसे वापस पाने के लिए मारुति अपनी एसयूवी और एमपीवी (MPV) लाइनअप को सशक्त बना रही है, साथ ही यह सुनिश्चित कर रही है कि एंट्री-लेवल मॉडल्स पहली बार कार खरीदने वालों के लिए सुलभ रहें।

मारुति की भविष्य के लिए तैयार योजनाओं के बावजूद, आज शेयरों में 1.78% की गिरावट ने निवेशकों के बीच सतर्कता को उजागर किया है। बाजार में प्रतिस्पर्धा, उपभोक्ताओं के बदलते रुझान और अर्थव्यवस्था के अस्थिर माहौल ने निवेशकों को सोचने पर मजबूर किया है। हालांकि, मारुति की लागत-कुशल दृष्टिकोण और मजबूत ब्रांड ट्रस्ट के चलते यह कंपनी दीर्घकालिक रूप से EV क्षेत्र में सफल हो सकती है।