Dularchand murder case : आधी रात CJM कोर्ट में पेश हुए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह, जेल भेजने की शुरू हुई तैयारी Anant Singh arrest: मुश्किलों में फंसे मोकामा के 'छोटे सरकार' अनंत सिंह, दुलारचंद यादव की हत्या के समय खुद थे मौजूद दुलारचंद हत्या के मामले में पुलिस ने अनंत सिंह समेत तीन लोगों को किया अरेस्ट, SSP ने कहा - घटना के वक्त खुद मौजूद थे JDU कैंडिडेट Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Mon, 05 May 2025 11:54:37 AM IST
किताबों के जरिए बनाएं सोच को धारदार - फ़ोटो Google
Book Reading Habits: किताबें सिर्फ जानकारी का जरिया नहीं हैं, ये आपके सोचने, समझने और दुनिया को देखने के नजरिए को गहराई देती हैं। Pulitzer विजेता लेखिका झुम्पा लाहिड़ी कहती हैं कि किताबों की सबसे खास बात ये है कि आप बिना पैर हिलाए यात्रा कर सकते हैं।
बच्चों के लिए क्यों जरूरी है किताबों से दोस्ती?
आज के डिजिटल दौर में बच्चों के लिए किताबों की भूमिका और भी अहम हो गई है।
पढ़ने से शब्दावली और भाषा कौशल मजबूत होते हैं।
कल्पनाशक्ति बढ़ती है और दिमाग सक्रिय होता है।
अलग-अलग विषयों की किताबें ज्ञान और नजरिए को विस्तार देती हैं।
स्ट्रेस कम होता है, और एकाग्रता बढ़ती है।
बेहतर पठन क्षमता से अकादमिक प्रदर्शन में सुधार होता है।
कोर्स से परे पढ़ने की आदत डालें:
विश्व पुस्तक दिवस पर बच्चों और युवाओं को सलाह दी जाती है कि वे केवल पाठ्यपुस्तकों तक ही सीमित न रहें। साहित्य, इतिहास, आत्मकथा, विज्ञान और प्रेरक पुस्तकों से भी खुद को जोड़ें। यही किताबें उन्हें जीवन के हर मोड़ पर मार्गदर्शन करेंगी।
एक मजबूत पाठक, एक मजबूत नागरिक:
किताबें पढ़ने की आदत एक मजबूत सोच, आत्म-विश्वास और समझदार नागरिक का निर्माण करती है। इसलिए सभी अभिभावक, शिक्षक और समाज के जिम्मेदार लोगों को चाहिए कि वे बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करें और खुद भी पढ़ने की आदत डालें।