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NEET 2025 की तैयारी पर GOAL में विशेष सेमिनार, बिपिन सिंह ने कहा..छात्रों के लिए दो माह महत्वपूर्ण

गोल संस्थान के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने नीट की तैयारी करने वाले छात्रों को NCERT पर केंद्रित रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यह अंतिम समय नई पुस्तकों या अवधारणाओं को सीखने का नहीं, बल्कि पहले से सीखे गए ज्ञान को सुदृढ़ करने का है।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 27 Feb 2025 06:52:16 PM IST

BIHAR

नीट पर सेमिनार - फ़ोटो GOOGLE

PATNA: गोल संस्थान द्वारा आयोजित नीट 2025 परीक्षा की तैयारी पर केंद्रित सेमिनार ने छात्रों के समक्ष अंतिम दो महीनों की रणनीति स्पष्ट की। क्लास रूम में उपस्थित छात्रों ने इस महत्वपूर्ण सत्र में भाग लेकर परीक्षा के निर्णायक दौर में अपनी तैयारी को धार देने के गुर सीखे।


संस्थान ने स्पष्ट किया कि पाठ्यक्रम पूर्ण हो चुका है और स्कोर-अप द्वारा रिवीजन, टेस्ट सीरीज, एआईटीएस, स्पॉट और डीपीपी के द्वारा छात्रों की प्रगति का आकलन कर रही हैं। यह समय छात्रों के लिए अपनी कमजोरियों को पहचानने और उन्हें दूर करने का है।


गोल संस्थान के फाउंडर एवं मैनेजिंग डायरेक्टर बिपिन सिंह ने छात्रों को एनसीईआरटी पर केंद्रित रहने की सलाह दी। यह अंतिम समय नई पुस्तकों या अवधारणाओं को सीखने का नहीं, बल्कि पहले से सीखे गए ज्ञान को सुदृढ़ करने का है।


अंतिम दो माहः छात्रों के लिए निर्णायक, इसमें करने योग्य कार्य 

* नियमित टेस्ट सीरीजः किसी प्रतिष्ठित संस्थान के मार्गदर्शन में टेस्ट सीरीज में भाग लेना अनिवार्य है। यह परीक्षा के दबाव को समझने और समय प्रबंधन को सुधारने में सहायक होगा।

* विश्लेषणः केवल टेस्ट देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि टेस्ट पेपर और प्रैक्टिस बुक के प्रश्नों का विश्लेषण करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अपनी गलतियों से सीखे और उन्हें दोहराने से बचें।

* पैटर्न के अनुसार अभ्यासः नीट के नवीनतम पैटर्न (180 प्रश्न) के अनुसार नियमित रूप से अभ्यास करें। इससे परीक्षा के दिन आप परिचित महसूस करेंगे।

* अतिरिक्त सामग्री से बचें: अब नई अतिरिक्त पुस्तकों या एनसीईआरटी से बाहर के अध्यायों को पढ़ने से बचें। यह समय पहले से ज्ञात अवधारणाओं को मजबूत करने का है।

* रिकॉल/मिस्टेक डायरीः अपनी रिकॉल या मिस्टेक डायरी को अपडेट रखें और नियमित रूप से उसका पुनरावलोकन करें।


विषयवार रणनीतिः

* फिजिक्सः कॉन्सेप्चुअल प्रश्नों पर ध्यान केंद्रित करें और फॉर्मूला डायरी का नियमित रूप से पुनरावलोकन करें।

* केमिस्ट्रीः फिजिकल केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल प्रैक्टिस और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री में रिएक्शन मैकेनिज्म, विशेषकर एनसीईआरटी में दिए गए नए रिएक्शंस का अभ्यास करें। इनऑरगेनिक कैमिस्ट्री में पिरियोडीक टेबल, केमिकल बान्डींग और कोआर्डिनेशन कम्पाउन्ड पर ज्यादा ध्यान दें। 


* बायोलॉजीः एनसीईआरटी आधारित प्रश्नों, डायग्राम, समरी और ब्लू बॉक्स में दिए गए जानकारी पर विशेष ध्यान दें।

* तीनो ही विषय (फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं बायोलॉजी) में असर्शन और रीजन, स्टेटमेंट आधारित और मैच द फॉलोइंग प्रश्नों का नियमित अभ्यास करें।

* मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्यः योग और प्राणायाम के माध्यम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखें ।

बिपिन सिंह द्वारा साझा की गई रणनीतियाँ अंतिम दो महीनों में छात्रों को अपनी तैयारी को सुव्यवस्थित करने में मदद करेंगी। परीक्षा में सफलता के लिए निरंतर अध्ययन, अभ्यास और मानसिक शांति आवश्यक है। छात्रों को इस महत्वपूर्ण समय में तनाव से बचकर सकारात्मक दृष्टिकोण बनाए रखना चाहिए। यह अंतिम चरण है, और सही दिशा में किए गए प्रयास निश्चित रूप से सफलता दिलाएंगे।