ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के दो थानेदारों को SSP ने किया लाइन हाजिर, सरकारी काम में लापरवाही पड़ी भारी Bihar News: बिहार के दो थानेदारों को SSP ने किया लाइन हाजिर, सरकारी काम में लापरवाही पड़ी भारी Bihar Police Alert: स्वतंत्रता दिवस और चेहल्लुम को लेकर बिहार में हाई अलर्ट, पुलिस मुख्यालय ने जिलों को जारी किए निर्देश Bihar Police Alert: स्वतंत्रता दिवस और चेहल्लुम को लेकर बिहार में हाई अलर्ट, पुलिस मुख्यालय ने जिलों को जारी किए निर्देश Bihar Crime News: बिहार में बैंक के 251 खातों से 5.58 करोड़ की साइबर ठगी, ईओयू ने दर्ज किया केस Bihar Crime News: बिहार में बैंक के 251 खातों से 5.58 करोड़ की साइबर ठगी, ईओयू ने दर्ज किया केस Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा, तीन नाबालिग लड़कियां बरामद; भारी मात्रा में मिलीं गर्भ निरोधक गोलियां Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा, तीन नाबालिग लड़कियां बरामद; भारी मात्रा में मिलीं गर्भ निरोधक गोलियां Bihar Election 2025: कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की तारीख तय, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों के साथ होगी चर्चा Bihar Election 2025: कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक की तारीख तय, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवारों के साथ होगी चर्चा

Success Story: NEET परीक्षा पास कर MBBS में लिया दाखिला, 12 घंटे ड्यूटी के साथ शुरू की UPSC तैयारी; दूसरी कोशिश में ही बन गई IAS

Success Story: ऐसी लड़की जिन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई और 12 घंटे की नाइट ड्यूटी के बावजूद यूपीएससी की तैयारी की और दूसरी कोशिश में 79वीं रैंक हासिल कर IAS अधिकारी बनीं। उनकी मेहनत और समर्पण लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है. जानिए... सफलता की कहानी.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 10 May 2025 05:07:55 PM IST

Success Story

सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE

Success Story: संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। लेकिन कठिन मेहनत और लगन के साथ कोई भी इस परीक्षा को पास कर सकता है यह साबित कर दिखाया है अंजलि गर्ग ने। यह कहानी उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अंजलि गर्ग एक मेडिकल छात्रा थीं। उन्होंने पहले NEET परीक्षा पास कर MBBS में दाखिला लिया। 


पढ़ाई के दौरान, तीसरे वर्ष में जब उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल सुविधाओं की जमीनी हकीकत देखी, तो उनका नजरिया पूरी तरह बदल गया। उन्हें लगा कि अगर वे प्रशासनिक सेवा में जाती हैं, तो बड़े पैमाने पर सामाजिक बदलाव ला सकती हैं। यहीं से उनकी UPSC जर्नी की शुरुआत हुई।


MBBS के दौरान ही उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी। वह अस्पताल में 12 घंटे की नाइट ड्यूटी करती थीं और ड्यूटी के बाद सीधे कोचिंग जाती थीं। समय की बर्बादी से बचने के लिए वे दिन के हर पल का उपयोग पढ़ाई में करती थीं। इसके साथ ही उन्होंने बीमारी, थकान और जोड़ों के दर्द जैसी शारीरिक परेशानियों को भी झेला, लेकिन अपने लक्ष्य से कभी भटकी नहीं।


अंजलि का बैकग्राउंड मेडिकल था, इसलिए उनके लिए UPSC की तैयारी करना और भी चुनौतीपूर्ण था। पहले प्रयास में उन्हें असफलता मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। दोबारा पूरी तैयारी के साथ एग्जाम दिया और दूसरे अटेंप्ट में उन्होंने 79वीं रैंक हासिल कर ली। इस उपलब्धि के साथ वह IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) में चयनित हो गईं।


अंजलि की कहानी बताती है कि मजबूत इच्छाशक्ति, समर्पण और आत्मविश्वास से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने यह भी साबित किया कि कठिन परिस्थितियों में भी अगर मन में कुछ कर गुजरने की ठान ली जाए, तो सफलता जरूर मिलती है।