Anant Singh arrest : अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद पटना ssp ने बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस! कुछ देर में हो जाएगी आधिकारिक पुष्टि ; क्या होगा मोकामा सीट पर असर बड़ी खबर : दुलारचंद हत्याकांड मामले में पुलिस ने अनंत सिंह को किया अरेस्ट ! दो गाड़ियों से साथ लेकर रवाना हुए सीनियर अधिकारी ! इलाके में चर्चा हुई तेज शिक्षा और शोध में नई दिशा: पटना ISM के चेयरमैन के जन्मदिन पर IJEAM का प्रथम अंक जारी Bihar Crime News: बिहार में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, अस्पताल छोड़कर भागे डॉक्टर और हेल्थ स्टाफ Bihar Crime News: चुनावी तैयारियों के बीच बिहार में चाकूबाजी की घटना, नाबालिग लड़के की हत्या से हड़कंप Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mahila Rojgar Yojana: अब तक 1.51 करोड़ महिलाओं को मिला 10-10 हजार, लाभ मिलने तक जारी रहेगी योजना...आवेदन की कोई अंतिम तिथि नहीं Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Mokama Dularchand Murder Case: मोकामा में दुलारचंद हत्याकांड में पुलिस ने अबतक क्या की कार्रवाई? पटना SSP ने दिया जवाब Koilwar bridge accident : कोइलवर सिक्सलेन पुल पर स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर, ड्राइवर की हालत गंभीर
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 11 Jun 2025 01:12:07 PM IST
सफलता की कहानी - फ़ोटो GOOGLE
Success Story: "अगर मेहनत और लगन से कोई भी काम किया जाए, तो परिश्रम रंग जरूर लाता है।" यह कथन बिल्कुल सटीक बैठता है IAS नेहा भोसले की सफलता की कहानी पर। यह कहानी न सिर्फ एक महिला की मेहनत की मिसाल है, बल्कि उन लाखों युवाओं के लिए भी प्रेरणा है जो UPSC जैसी कठिन परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं।
नेहा भोसले का जन्म मुंबई में हुआ था। वे शुरू से ही पढ़ाई में तेज रही हैं। उन्होंने 11वीं और 12वीं की पढ़ाई साइंस स्ट्रीम से की। इसके बाद उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की। इंजीनियरिंग के बाद, नेहा ने कॉमन एडमिशन टेस्ट (CAT) में शानदार प्रदर्शन करते हुए 99.36 परसेंटाइल हासिल किए और उन्हें देश के प्रतिष्ठित IIM लखनऊ में MBA में प्रवेश मिला।
IIM से MBA करने के बाद नेहा ने एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी शुरू की। लेकिन मन में कुछ अलग करने की चाह ने उन्हें UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) की ओर मोड़ा। वर्ष 2017 में उन्होंने नौकरी के साथ-साथ UPSC की तैयारी शुरू की। उनके पहले प्रयास में निराशा का सामना करना पड़ा। दूसरे प्रयास में फिर असफल हो गई, लेकिन नेहा ने हार नहीं मानी।
तीसरे प्रयास में नेहा ने न केवल यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा पास की, बल्कि ऑल इंडिया 15वीं रैंक हासिल कर पूरे देश में मिसाल कायम कर दी। यह परिणाम वर्ष 2021 की UPSC परीक्षा में आया। उनकी यह सफलता बताती है कि लगातार प्रयास, आत्मविश्वास और अनुशासन के साथ कोई भी लक्ष्य पाया जा सकता है।
नेहा मानती हैं कि UPSC की तैयारी के लिए कंसिस्टेंसी, सही गाइडेंस, मॉक टेस्ट और मानसिक संतुलन सबसे ज़रूरी हैं। उन्होंने नौकरी के साथ टाइम मैनेजमेंट कर के यह साबित किया कि अगर इच्छाशक्ति हो तो किसी भी परिस्थिति में सफलता हासिल की जा सकती है। नेहा भोसले की कहानी एक आदर्श उदाहरण है कि असफलता कभी अंतिम नहीं होती, अगर प्रयास ईमानदारी से किए जाएं। उनकी सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणादायक है जो किसी भी वजह से हतोत्साहित हो चुके हैं।