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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 20 May 2025 03:57:50 PM IST
- फ़ोटो reporter
Patna News: शिक्षा की दुनिया में एक ऐसा नाम, जिसने न जाने कितने युवाओं की जिन्दगी को दिशा दी- बिपिन सिंह, गोल इन्स्टीट्यूट के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक, आज शिक्षा के क्षेत्र में समर्पण, अनुशासन और संवेदनशीलता के प्रतीक हैं।
27 वर्षों का गौरवशाली सफ़र
बिपिन सिंह ने पिछले 27 वर्षों में 17000 से अधिक छात्रों को डॉक्टर और सैकड़ों को इंजीनियर बनाकर न केवल उनके, बल्कि उनके पूरे परिवारों का भविष्य संवारा है। वे बच्चों के केवल शिक्षक नहीं, बल्कि मार्गदर्शक, अभिभावक और प्रेरणाश्रोत हैं।
संस्थान नहीं, एक परिवार
गोल इन्स्टीट्यूट आज एक संस्था से कहीं बढ़कर है। यहाँ कार्य करने वाले 500 से अधिक सदस्य अपने कार्य को केवल पेशा नहीं, बल्कि एक सेवा भाव से निभाते हैं। श्री सिंह का नेतृत्व ऐसा वातावरण देता है जहाँ हर सदस्य एक परिवार का हिस्सा महसूस करता है।
छात्रों के बीच रहना ही सेवा है
बिपिन सिंह उन चुनिंदा शिक्षाविदों में से हैं जो केवल कार्यालय में बैठकर निर्देशन नहीं देते, बल्कि विद्यार्थियों के बीच बैठकर, उनके साथ समय बिताकर, हर छात्र की सफलता की नींव रखते हैं। वे बच्चों को केवल ज्ञान नहीं, संस्कार और संबल भी देते हैं।
सामाजिक और धार्मिक समरसता के संवाहक
धर्म और समाज के प्रति भी उनकी आस्था उतनी ही मजबूत है। वे हर धर्म का सम्मान करते हैं और विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं, जिससे समाज में एकता, सौहार्द और भाईचारा बढ़े।
गया से विशेष लगाव
गया जिला, जहाँ से बिपिन सिंह का जन्म और प्रारंभिक जीवन जुड़ा है, उनके हृदय के अत्यंत निकट है। यहाँ के युवाओं के लिए वे हमेशा कुछ विशेष करने को तत्पर रहते हैं। उन्होंने अब तक कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं और भविष्य में भी गया के विकास में अपनी भूमिका को और मजबूत करना चाहते हैं। एक ऐसा व्यक्तित्व, जो शिक्षा को केवल व्यवसाय नहीं, बल्कि समाज सेवा का माध्यम मानते है