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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 10 Apr 2025 04:54:58 PM IST
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Life Style: क्या आपको सर्दी जुकाम, नाक बहना, सीने में जकड़न, आंखों में खुजली होने जैसी शिकायत हो रही है? अगर हां, तो यह समस्या केवल आपको नहीं हो रही है। डॉक्टर्स का कहना है कि इन दिनों ओपीडी में कई ऐसे मरीज आ रहे हैं जिनमें ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि बहती नाक, आंखों में खुजली और सीने में जकड़न की शिकायत लेकर हर दिन करीब 5 से 6 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। कई मरीज वायरल इन्फेक्शन और एलर्जी को लेकर कंफ्यूज रहते हैं, क्योंकि इन दोनों के लक्षण लगभग एक जैसे नजर आते हैं।
वहीं, बिना ठंड के सर्दी जुकाम या फिर नाक बहना, गले में दर्द जैसी परेशानी वायरल इन्फेक्शन के अलावा एलर्जी के कारण भी हो सकती है। दरअसल, फरवरी से अप्रैल के बीच पेड़ों से कई तरह के पराग हवा के जरिए लोगों के नाक, कान, आंख इत्यादि को प्रभावित करते हैं, जिससे एलर्जी की समस्या बढ़ जाती है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
डॉक्टर ने दी चेतावनी
बिना ठंड के भी लोगों को सर्दी जुकाम की परेशानी हो रही है, इसका कारण एलर्जी हो सकती है। बढ़ती एलर्जी का मुख्य कारण धूल के कण और पराग हैं। ऐसे में लोगों को इन कणों से खुद को सुरक्षित रखने की जरूरत है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर आपको इन लक्षणों के साथ और परेशानी महसूस हो रही हो, तो बिना देर किए चिकित्सा सहायता लें।
लोगों में क्यों बढ़ रही है एलर्जी की शिकायतें?
इन दिनों वातावरणीय कारणों, जैसे- बढ़ता तापमान, नमी और एयर सर्कुलेशन जैसी स्थितियों के कारण एलर्जी की शिकायत बढ़ रही है। आइए जानते हैं इन कारणों..
परागकण: गर्मियों में पेड़-पौधों और घास का पराग हवा में ज्यादा फैलता है। ये पराग कण हवा के जरिए नाक, आंख या सांस की नली में चले जाते हैं और एलर्जी का कारण बनते हैं। खासकर उन लोगों में जो पहले से एलर्जी से ग्रस्त हैं, ये कण परेशानी बढ़ा सकते हैं।
धूल भरी आंधी: गर्मियों में हवाएं तेज चलती हैं और कई बार धूल भरी आंधी भी आती है। इससे एलर्जी ट्रिगर हो सकती है, खासकर सांस की एलर्जी या अस्थमा वालों को। धूल के कण भी नाक और आंखों में जलन पैदा कर सकते हैं।
मोल्ड और नमी से एलर्जी: जिन जगहों पर गर्मी के साथ-साथ थोड़ी नमी भी होती है, वहां फंगस (मोल्ड) अधिक पनपती है, जो एलर्जी का बड़ा कारण होती है। खासकर बाथरूम, गार्डन, या किसी गीली जगह पर रहने वाले लोगों को ये ज्यादा प्रभावित कर सकते हैं।
कीड़े और कीटों से एलर्जी: गर्मियों में मच्छर, मधुमक्खी, ततैया आदि ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं। इनके डंक या शरीर से निकलने वाले प्रोटीन से भी एलर्जी हो सकती है। यदि किसी को इनकी वजह से एलर्जी है, तो त्वचा पर लाल धब्बे या सूजन हो सकती है।
एलर्जी से बचाव के उपाय
घर के अंदर हवा का सही सर्कुलेशन रखें: घर के अंदर एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें और खिड़कियां बंद रखें, खासकर जब बाहर पराग कण ज्यादा हों।
मास्क पहनें: जब भी बाहर जाएं, तो नाक-मुंह को ढकने के लिए मास्क पहनें। इससे धूल और पराग से बचाव होगा।
साफ-सफाई रखें: घर के अंदर धूल जमने से एलर्जी बढ़ सकती है। नियमित रूप से सफाई करें और घर के अंदर नमी को नियंत्रित करें।
फंगस और मोल्ड से बचाव: बाथरूम और गीली जगहों को सूखा और हवादार रखें ताकि मोल्ड न पनपे।
एलर्जी के लक्षणों का इलाज: अगर आपको एलर्जी के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो डॉक्टर से सलाह लेकर एंटीहिस्टामिन दवाइयां लें।
पानी ज्यादा पिएं: शरीर में नमी बनाए रखने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। इससे एलर्जी के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इन सावधानियों से आप गर्मी और एलर्जी से जुड़े लक्षणों से बच सकते हैं। अगर समस्या गंभीर हो, तो डॉक्टर से मिलकर सही इलाज करवाएं।