ब्रेकिंग न्यूज़

India-Pakistan Ceasefire: इधर पाकिस्तान ने टेके घुटने, उधर बौरा गया चीन, इस एक बात को पचा नहीं पा रहा ड्रैगन Bihar news: बिना फ्रैक्चर चढ़ा दिया प्लास्टर! बिहार के सरकारी अस्पताल की बड़ी लापरवाही आई सामने Bihar News: बारात में अवैध हथियार लहरा हीरो बनना पड़ा भारी, वीडियो वायरल होने पर अब होगी तगड़ी खातिरदारी Vigilance Report on corruption in Bihar: दागी अफसरों पर बड़ी कार्रवाई! अब नहीं मिलेगा प्रमोशन, सबसे ज्यादा फंसे इस विभाग के कर्मचारी Bihar News: गया में पुलिस की गुंडागर्दी, आर्मी जवान को पीटा.. कमर में गमछा बांध लाए थाने DRDO Humanoid Robot: बॉर्डर के लिए तैयार किए जा रहे 'आयरन मैन', जवानों की सुरक्षा के साथ दुश्मनों की बर्बादी की पूरी तैयारी Bihar News: सरकारी सिस्टम में बड़ी लापरवाही? 15 अफसरों को मिला नोटिस, 7 दिन में देना होगा जवाब! Bihar News: राज्य के 15 इंजीनियरिंग कॉलेजों में विदेशी भाषा की पढ़ाई शुरू, वैश्विक नौकरी होगी अब और भी आसान Bihar job update : बिहार में जल्द होगी 22,089 नर्सों की बहाली, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का ऐलान Bihar News: रिश्वत में वाशिंग मशीन और कैश लेते गिरफ्तार हुए दारोगा साहेब, निगरानी ने कुछ ऐसे दबोचा

सूबे की 246 CDPO के वेतन वृद्धि पर सरकार ने लगायी रोक, अप्रैल-मई महीने में पोषाहार नहीं बांटने का आरोप

1st Bihar Published by: Updated Sat, 11 Jan 2020 08:00:24 AM IST

सूबे की 246 CDPO के वेतन वृद्धि पर सरकार ने लगायी रोक, अप्रैल-मई महीने में पोषाहार नहीं बांटने का आरोप

- फ़ोटो

PATNA : राज्य सरकार ने सूबे की 246 सीडीपीओ के वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी है। राज्य के समाज कल्याण विभाग ने इन सीडीपीओ को अप्रैल और मई महीने में पोषाहार नहीं बांटने का दोषी पाया है। आरोप है कि इन्होंने नियमित तौर पर आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषाहार का वितरण नहीं कराया।


राज्य में कुल 411 सीडीपीओ हैं जिनमें से आधे से ज्यादा की वेतन वृद्धि पर रोक लगाई गई है। समाज कल्याण विभाग को शिकायत मिली थी कि अप्रैल और मई महीने में आंगनबाड़ी केंद्रों में नियमित रूप से पोषाहार का वितरण नहीं किया गया। विभागीय जांच में इस बात की पुष्टि होने के बाद कुल 246 सीडीपीओ को इस मामले में दोषी पाया गया है। 


समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक विजय रंजन के मुताबिक विभाग का स्पष्ट निर्देश है कि हर हाल में पोषाहार का वितरण जारी रहे। विभागीय आदेश के बावजूद इन सीडीपीओ ने अपने काम में लापरवाही बरती है। विभाग की तरफ से दोषी पाई गई सीडीपीओ से पहले स्पष्टीकरण मांगा गया और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने के बाद इनके एक वेतन वृद्धि पर रोक लगा दी गई है।