ब्रेकिंग न्यूज़

Mokama Murder Case : 'हथियार जमा कराए...', मोकामा हत्याकांड के बाद एक्शन में चुनाव आयोग, कहा - लॉ एंड ऑडर पर सख्ती बरतें Bihar election update : दुलारचंद यादव हत्याकांड का बाढ़ और मोकामा चुनाव पर असर, अनंत सिंह पर एफआईआर; RO ने जारी किया नया फरमान Justice Suryakant: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें मुख्य न्यायाधीश, इस दिन लेंगे शपथ Bihar News: अब बिहार से भी निकलेंगे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जलवा दिखाने वाले धावक, इस शहर में तैयार हुआ विशेष ट्रैक Dularchand Yadav case : मोकामा में दुलारचंद यादव हत्याकांड में चौथा FIR दर्ज ! अनंत सिंह और जन सुराज के पीयूष नामजद; पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद अब बदलेगा माहौल Bihar Election 2025: "NDA ही कर सकता है बिहार का विकास...", चुनाव से पहले CM नीतीश का दिखा नया अंदाज, सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर किया वोट अपील Bihar Election 2025: NDA ने तय किया विकसित बिहार का विजन, घोषणा पत्र पर पीएम मोदी ने की बड़ी बात Bihar News: बिहार के इस जिले में 213 अपराधी गिरफ्तार, भारी मात्रा में हथियार व नकदी जब्त Bihar News: बिहार से परदेश जा रहे लोगों की ट्रेनों में भारी भीड़, वोट के लिए नहीं रुकना चाहते मजदूर; क्या है वजह? Bihar News: भीषण सड़क हादसे में शिक्षिका की मौत, फरार चालक की तलाश में जुटी पुलिस

557 दिनों के मौन व्रत पर रहे जैन मुनि प्रसन्न सागर का महापारणा कार्यक्रम, लोकसभा अध्यक्ष और बाबा रामदेव हुए शामिल

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 28 Jan 2023 05:06:58 PM IST

557 दिनों के मौन व्रत पर रहे जैन मुनि प्रसन्न सागर का महापारणा कार्यक्रम, लोकसभा अध्यक्ष और बाबा रामदेव हुए शामिल

- फ़ोटो

GIRIDIH: आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज ने 557 दिनों के बाद अपना मौन व्रत तोड़ा. मौन व्रत तोड़ने के साथ ही उनके मुख से निकला ' नमः श्री ॐ'. इसके ब आचार्य श्री ने कुछ देर तक ॐ का मंत्रोच्चार किया औ  कहा कि जब आत्मा मरती ही नहीं, तो डर किस बात का. 


आचार्य 557 दिनों से पारसनाथ पर्वत की सर्वोच्च चोट स्थित एक गुफा में तपस्या में लीन थे. इस दौरान उन्होंने 61 दिनों की लघु पारणा करते हुए 496 दिनों तक निर्जला उपवास भी रखा और पर्वत पर ही एकांतवास में रहे. आचार्य श्री 108 प्रसन्न सागर जी महाराज 557 दिनों के बाद आज पारसनाथ पर्वत से नीचे मधुबन पहुंचे उनके स्वागत की तैयारी की गई.  


जगह-जगह विभिन्न संगठनों के द्वारा उनका स्वागत किया गया.इस कार्यक्रम में शामिल होने बाबा रामदेव भी मधुबन पहुचे जहां पर बाबा रामदेव का भव्य स्वागत हुआ.