बेतिया में विनय बिहारी को लड्डू से तौला गया, आम्रपाली दुबे-आनंद मोहन ने रोड शो कर मांगा वोट अपनी पत्नी से ज्यादा फाइलों से प्यार करते हैं अधिकारी, नितिन गडकरी ने कसा तंज, कहा..फाइलों को दबाकर ना रखें सुखदेव दास जी महाराज से मिलने पहुंचे नित्यानंद राय, 60 साल से चल रहे सीताराम नाम धुन के अखंड कीर्तन में हुए शामिल विपक्ष को करारा जवाब: 'बीमार' कहने वालों की नीतीश ने कर दी बोलती बंद, 84 चुनावी रैलियों को किया संबोधित Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा Bihar Election 2025: ‘तेजस्वी बनेंगे सीएम, शपथ ग्रहण समारोह में पीएम मोदी को बुलाएंगे’, मीसा भारती का बड़ा दावा बगहा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विद्यालय का छज्जा गिरा, तीन किशोर घायल Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Bihar Election 2025: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आरजेडी और कांग्रेस पर बोला हमला, लोगों को लाल झंडे वालों से किया सचेत Police Transfer Posting: पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, ASP स्तर के 23 अधिकारियों का तबादला
1st Bihar Published by: Updated Sat, 24 Apr 2021 09:05:41 AM IST
- फ़ोटो
PATNA : बिहार में कोरोना महामारी की भयावह स्थिति के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने नई व्यवस्था बनाई है. अब यह इंजेक्शन मरीजों के आधार पर सीधे अस्पताल को मुहैया कराई जाएगी. राज्य औषधि नियंत्रक रविंद्र कुमार सिन्हा ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है.
जानकारी हो कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में गंभीर संक्रमण के शिकार मरीजों की जान बचाने के लिए रेमडेसिविर रामबाण बन गई है. इसके बाद उसकी मांग में बेतहाशा वृद्धि हुई है. इंजेक्शन की बढ़ती मांग को देखते हुए राज्य के अस्पतालों और मरीजों को इंजेक्शन मिल सके, इसके लिए अस्पतालों को कोविड संक्रमितों की संख्या के आधार पर यह इंजेक्शन मुहैया कराया जाएगा.
इसके लिए अस्पताल को गूगल फॉर्म शीट पर मरीजों का विवरण अपने अस्पताल के ईमेल आईडी से सरकार को मुहैया कराना होगा. सरकार ने रेमडेसिविर के वितरण के लिए गूगल फॉर्म सीट पर काम को सही प्रकार से अंजाम देने के लिए सहायक औषधि नियंत्रक विश्वजीत दास गुप्ता की अध्यक्षता में एक कमेटी का भी गठन किया है. इस मेल और मरीज की संख्या के आधार पर संबंधित कंपनी के डिपो की ओर से जिले को प्राधिकृत स्टॉकिस्ट रेमडेसिविर उपलब्ध कराया जाएगा. सभी जिले के सिविल सर्जन, नोडल पदाधिकारी, सहायक औषधि नियंत्रक, सहायक नोडल पदाधिकारी होंगे. इसके साथ ही जिलों के सहायक औषधि नियंत्रकों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने अधीन काम करने वाले औषधि निरीक्षकों से सहयोग प्राप्त कर उक्त दवा की कालाबाजारी पर भी रोक लगायें.