Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के बाद बिहार के इस प्रसिद्ध मंदिर की बढ़ाई गई सुरक्षा, रखी जा रही सख्त निगरानी Delhi Blast Case: दिल्ली ब्लास्ट के बाद बिहार के इस प्रसिद्ध मंदिर की बढ़ाई गई सुरक्षा, रखी जा रही सख्त निगरानी Bihar School Mobile Ban: बिहार के स्कूलों में छात्रों के मोबाइल पर लगा बैन, शिक्षा विभाग ने जारी किया सख्त निर्देश; जानें क्या है वजह Muzaffarpur train incident : वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस में मची अफरा-तफरी, ब्रेक वाइंडिंग की खामी से उठा धुआं, 25 मिनट रुकी रही ट्रेन Bihar Election : तेज प्रताप यादव बोले– महुआ अब हमारे नाम से जाना जाता है, महिलाओं की बढ़ी भागीदारी से होगा बदलाव Delhi Blast Case: दिल्ली कार धमाके की जांच का जिम्मा अब NIA के हवाले, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की हाई लेवल मीटिंग Delhi Blast Case: दिल्ली कार धमाके की जांच का जिम्मा अब NIA के हवाले, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने की हाई लेवल मीटिंग पाकिस्तान में कार धमाके से अब तक 12 लोगों की मौत, दो दर्जन घायल, रक्षा मंत्री ने काबुल को जिम्मेदार ठहराया Bihar Election 2025: “मन गदगद है, मेरे बिहार ने कमाल कर दिखाया है", वोटिंग प्रतिशत बढ़ने पर तेजस्वी यादव का बयान Bihar Election 2025: बिहार में वोटिंग के बीच अनशन पर बैठे जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार, जानिए.. क्या है वजह?
1st Bihar Published by: Updated Thu, 16 Jun 2022 06:33:04 PM IST
- फ़ोटो
PATNA: बिहार में लगातार दूसरे दिन केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में जमकर हंगामा और प्रदर्शन हुआ। जहानाबाद, गोपालगंज, छपरा, सहरसा, नवादा, मुंगेर, बक्सर समेत कई जिलों में अभ्यर्थियों ने रेलवे ट्रैक और हाईवे को जाम कर परिचालन को बाधित कर दिया। यही नहीं बेलागंज में गया-पटना पैसेंजर ट्रेन को रोककर उसमें तोड़फोड़ की गई। नवादा में कई जगहों पर आगजनी और तोड़फोड़ की गई है। छपरा और गोपालगंज में ट्रेन की बोगी में आग लगायी गयी। रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया। अग्निपथ योजना के विरोध में राज्यभर में हो रहे हिंसक प्रदर्शन को लेकर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के प्रमुख और बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अगर योजना का विरोध हो रहा है तो सरकार को प्रदर्शनकारियों से बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि कोई भी बेरोजगार को रोजगार, सरकारी नौकरी मिले, यह सभी लोग चाहते हैं, लेकिन इस योजना का विरोध होना भी बताता है कि इसमें कोई कमी अवश्य है। उन्होंने का कि सरकार को इन युवाओं को यह विश्वास दिलाना चाहिए कि चार साल के बाद जब वे अवकाश प्राप्त कर लेंगे तो फिर उन्हें रोजगार मिल सकेगा। सहनी ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कड़ी मेहनत कर सेना में भर्ती होता है और चार साल में फिर से अवकाश प्राप्त करना कोई नहीं चाहेगा।
मुकेश सहनी ने कहा कि अब लोकसभा चुनाव के सामने देखकर सरकार अब रोजगार की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरियों का वादा किया था। इस तरह से 2024 तक बीस करोड़ नौकरियां युवाओं को मिल जानी चाहिए थीं, लेकिन अब यह सरकार 2024 के चुनावों से पहले महज दस लाख रिक्तियों को भरने की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार कृषि कानून के नाम पर किसानों में लड़ाई पैदा कर दी अब अग्निपथ के बहाने में पूरे देश में छात्रों और युवाओं में फूट डालना चाहती है। मुकेश सहनी ने आरोप लगाया कि बीजेपी शुरू से ही फूट डालो और शासन करों की नीतियों पर काम करती आ रही है।